गाने उदासीनता दूर करने से लेकर उम्मीद जगाने तक का काम करते हैं। फिल्म उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के साथ गाने न केवल प्यार और स्नेह को व्यक्त करने के लिए गाये जाते हैं, बल्कि सुखद और यादगार क्षणों और सुखद यादों को और अधिक जीवंत बनाने में भी मदद करते हैं। लेकिन इतिहास में एक गाना ऐसा भी है, जिसे सुनने के बाद करीब 100 लोगों की जान चली गई थी और अधिकारियों को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी थी।
हाउस स्टफ वर्क वेबसाइट के अनुसार, आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले इस गीत को ग्लूमी संडे के नाम से जानते हैं। इसे दुनिया का सबसे मनहूस सॉन्ग कहा जाता है। इस गाने को रेज्सो सेरेस और लैजलो ने मिलकर साल 1933 में लिखा था।
यह गाना 1935 में रिलीज हुआ और इसी साल एक शख्स ने इसे सुन आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में मरने वाले ने इस गाने का जिक्र किया था। कहा जाता है कि इस गाने के कंपोजर की मंगेतर ने भी जहर खाकर जान दे दी थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस गीत के बोल बेहद दुखद थे और इसे सुनने वाला कोई भी व्यक्ति आत्महत्या करने के लिए प्रेरित हो सकता था, यही वजह है कि इस गीत को ‘हंगेरियन सुसाइड सॉन्ग’ कहा गया।
रिपोर्ट के मुताबिक़, साल 1968 में इस गाने के राइटर रेज्सो ने भी खुदकुशी कर ली थी। दो अन्य लोगों ने भी खुद को गोली मार ली थी और एक महिला ने गाना सुनने के बाद पानी में कूदकर जान दे दी थी। इतना सब होने के बाद इस गाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया था।
शुरुआत में कई गायकों ने इसे गाने से मना कर दिया था, लेकिन यह गाना रिकॉर्ड किया गया और 1935 में रिलीज किया गया। जैसे ही यह गाना रिलीज हुआ, बड़ी संख्या में लोगों की मौत के मामले सामने आने लगे।
फिर एक रिपोर्ट के हवाले से इस राज से पर्दा उठा कि इस गाने को सुनने के बाद हंगरी में आत्महत्या करने वालों की संख्या में काफी वृद्धि हुई और कई मामलों में यह देखा गया कि यह गाना आत्महत्या करने वाले के शरीर के बगल में बज रहा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआत में इस गाने को सुनकर मरने वालों की संख्या 17 बताई गई थी, लेकिन बाद में यह संख्या 100 के करीब पहुंच गई। हालात इस हद तक बिगड़ गए कि 1941 में सरकार को इस गाने पर प्रतिबंध लगाना पड़ा।
हंगरी में 62 साल बाद 2003 में इस जानलेवा गाने पर से प्रतिबंध हटा लिया गया था, लेकिन उसके बाद भी कई लोगों की जान चली गई और आश्चर्य की बात यह है कि इस गाने के निर्माता सेरेस ने भी अपनी जान देने के लिए ‘रविवार’ का ही दिन चुना जिसका जिक्र गाने में किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, अपनी गर्लफ्रेंड के नाम पर गाना लिखने वाले सेरेस ने सबसे पहले अपनी बिल्डिंग की खिड़की से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन बाद में उन्होंने तार से फांसी लगाकर अपनी ज़िंदगी खत्म कर ली।
इतने सारे लोगों की जान लेने वाले इस गाने को 28 विभिन्न भाषाओं में 100 गायकों द्वारा गाया गया है। इतने सारे लोगों की जान लेने वाले इस गाने को 28 विभिन्न भाषाओं में 100 गायकों द्वारा गाया गया है। इसके बारे में कहा जाता है कि ग्लूमी संडे से जुड़ी कहानी कुछ हद तक एक किंवदंती बन गई है। ऐसा भी माना जाता है कि इसे कुछ हद तक बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। कई विवरण सत्यापित नहीं किए जा सकते। फिर भी, कई आत्महत्याओं के साथ इसके कथित भयानक संबंध के कारण लोकप्रिय समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में गीत और कहानी का व्यापक प्रचार किया गया है।