नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कट्टरवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म विशेष के विरोध में नहीं, बल्कि विकृत ‘मानसिकता’ के विरुद्ध है।
मोदी ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा जो हिंसा का रास्ता अपनाते हैं और मजहब की रक्षा करने का वादा करते हैं, वे वास्तव में अपने ही धर्म को नुकसान पहुंचाते हैं। कार्यक्रम में जॉर्डन के सुल्तान अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कट्टरवाद के खिलाफ लड़ाई में उनकी भूमिका की तारीफ की और कहा कि भारत इस प्रयास में हमेशा उन्हें समर्थन देता रहेगा।
मोदी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र ‘पुरातन बहुलवाद’ का जश्न है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर शाहजादा गाजी बिन मोहम्मद की लिखी किताब ‘ए थिंकिंग पर्सन्स गाइड टू इस्लाम’ के उर्दू संस्करण की प्रथम प्रति जॉर्डन के सुल्तान को भेंट की। किताब का उर्दू तर्जुमा जमीयतुल उलेमा-ए- हिन्द के नेता महमूद मदनी ने किया है जो मंच पर मौजूद थे। इस किताब का हिन्दी और गुजराती संस्करण भी शीघ्र आने वाला है।