सर्दियां जाते जाते स्ट्रॉबेरी की सौगात दे जाती है जो स्वादिष्ट तो होती ही है साथ ही इस बदलते मौसम में सेहत की रखवाली भी करती हैं।
आधुनिक मेडिकल रिसर्च के अनुसार स्ट्रॉबेरी का रोजाना सेवन व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और उसे स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
स्ट्रॉबेरी में प्राकृतिक तत्व होते हैं जो हृदय रोग और कैंसर जैसी कई घातक बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखते हैं। स्ट्रॉबेरी में पोटैशियम और मिनरल्स होते हैं जो शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं।
स्ट्रॉबेरी में मौजूद एलेगिक एसिड और फ्लेवोनॉयड्स एक एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदान करते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है। वे रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल के असर को कम करने में मददगार हैं। जिससे धमनियों में रक्त गाढ़ा होने से बच जाता है।
एक अध्ययन के अनुसार स्ट्रॉबेरी और अन्य बेरीज में पोषक तत्वों से भरपूर यौगिक कुछ प्रकार के कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं।
मेडिकल एक्सपर्ट के अनुसार स्ट्रॉबेरी विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो कोलेजन को बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण है। कोलेजन त्वचा की लोच और कोमलता में सुधार करने में मदद करता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर स्ट्रॉबेरी मोतियाबिंद को रोकने में मदद कर सकती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और अन्य तत्व भी संभावित रूप से जोड़ों की सूजन के असर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
जानकार मानते हैं कि स्ट्रॉबेरी का सेवन ग्लूकोज को पचाने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है और इंसुलिन के उपयोग को नियंत्रित करता है, खासकर जब इनका इस्तेमाल उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खानों के साथ किया जाता है।
स्ट्रॉबेरी में मौजूद पॉलीफेनोल्स टाइप 2 मधुमेह के प्रभाव को सुधारने में मदद करते हैं। खासतौर पर यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
एक अध्ययन के अनुसार स्ट्रॉबेरी और अन्य बेरीज में पोषक तत्वों से भरपूर यौगिक कुछ प्रकार के कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं।
ये मुख्य रूप से पेट और स्तन कैंसर को रोकने में मदद करते हैं, लेकिन कुछ हद तक मौखिक, फेफड़े, प्रोस्टेट, यकृत और अग्न्याशय के कैंसर को रोकने में भी मदद कर सकते हैं।