बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले से पुलिस बर्बरता की एक तस्वीर सामने आई है, जहां टीवी चोरी की शिकायत दर्ज कराने गए कुछ लोगों को पुलिस ने जमकर पीटा। मामला मुख्यमंत्री से जुड़ा हुआ है इसलिए पुलिस के आला अधिकारी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब भी नालंदा के राजगीर जाते हैं तो वहां पर वन विभाग के स्थित गेस्ट हाउस में रहते हैं। बताया जाता है कि वन विभाग का यह गेस्ट हाउस मुख्यमंत्री को बेहद पसंद है और इसी वजह से जब कभी उनका राजगीर जाना आना होता है तो वहीं प्रवास करते हैं।
घटना 2 दिन पुरानी है जब वन विभाग के इस गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री के कमरे से टीवी चोरी हो गई। चोरी का यह मामला मुख्यमंत्री से जुड़ा था इसी वजह से वन विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को इस बात की जानकारी राजगीर थाना को तुरंत दे दी।
आनन-फानन में राजगीर थाना के प्रभारी हरेंद्र कुमार ने गेस्ट हाउस पर छापेमारी की और वहां पर काम करने वाले 5 कर्मचारियों को उठा कर थाने ले गई और वहां पर उनकी जमकर पिटाई की। बताया जा रहा है कि जिन पांच वन कर्मियों की राजगीर थाना प्रभारी ने पिटाई की उनमें से एक मुख्यमंत्री का रसोईया भी है।
इस पूरे घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस के आला अधिकारियों को मिली तो उन्होंने हरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पुलिस की मार से पांचों वन कर्मी इतनी बुरी तरीके से घायल हो गए थे कि उन्हें रविवार को राजगीर के अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस के द्वारा वन कर्मियों की बेरहमी से पिटाई के मामले में नालंदा के जिला वन अधिकारी ने भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।