ताइवान की सेना ने पहली बार चीनी तट से दूर एक द्वीप पर एक नागरिक ड्रोन को मार गिराया है। अधिकारियों का दावा है कि ड्रोन ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुस गया था।
इससे पहले ताइवान सरकार ने भी चीनी तट के पास ताइवान के नियंत्रण वाले द्वीपों पर चीनी ड्रोन की मौजूदगी को लेकर चेतावनी जारी की थी। ताइवान के अधिकारियों ने कहा कि हम तनाव बिल्कुल नहीं चाहते हैं, लेकिन सख्त कदम उठाए जाएंगे क्योंकि चीन इस तरह की बार-बार घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं करेगा।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि ड्रोन दोपहर में देश के क्षेत्र में घुस गया, जिसके बाद द्वीप पर सेना ने उसे चेतावनी देने की कोशिश की और उसे मार गिराया गया।
ताइवान द्वारा ड्रोन को गिराने के बाद राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के एक आदेश का पालन किया गया, जिसमें उन्होंने सेना को किसी भी उकसावे के खिलाफ सख्त जवाबी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इससे पहले उन्होंने सशस्त्र बलों से बात करते हुए कहा था कि ताइवान को धमकाने के लिए चीन ड्रोन के जरिए अवैध सीमा उल्लंघन समेत अन्य हथकंडे अपना रहा है।
राष्ट्रपति त्साई इंग-विन ने कहा कि ताइवान संघर्षों को भड़काना नहीं चाहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि रक्षा मंत्रालय राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए समय पर आवश्यक और मजबूत जवाबी कदम उठाएगा।
गौरतलब है कि अमेरिकी कांग्रेस अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन द्वारा ताइवान के तटीय इलाकों में व्यापक युद्ध अभ्यास किया गया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और तेज हो गया था।