बीपीएससी यानी बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन का सहारा ले रहे हैं। इस दौरान बीते दिन रविवार को पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन से बौछार की और लाठी चार्ज की मदद ली। अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर पुनर्परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
विरोध में सोमवार को कई छात्र संगठनों ने चक्का जाम का एलान किया है। प्रदर्शनकारियों ने जिला मुख्यालय स्थित भगत सिंह चौक पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस बीच छात्रों ने यातायात को पूरी तरह बाधित कर दिया।
इस दौरान मिलने वाले ताज़ा अपडेट के अनुसार, बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार को चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अगर ये मामला नहीं निपटा तो 2 जनवरी से वह खुद धरने पर बैठेंगे।
बिहार सरकार के सामने उन्होंने बीपीएससी परीक्षा से जुड़ी पांच महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं। प्रशांत किशोर की पहली मांग है कि बीपीएससी की पीटी परीक्षा को रद्द करते हुए उसे फिर से आयोजित किया जाए। दूसरी मांग में उन्होंने परीक्षा में हुई अनियमितताओं की न्यायिक जांच की अपील की।
अपनी तीसरी मांग में उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा छात्रों पर दर्ज किए गए आपराधिक मुकदमों को वापस लिया जाए। चौथी मांग में लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है जबकि बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू यादव की आत्महत्या के मामले में उसके परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग भी प्रशांत किशोर ने की है।
बिहार में बंद का समर्थन करने वाले अभ्यर्थी प्रश्नपत्र लीक होने की जांच की मांग कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, संयुक्त छात्र मोर्चा ने चक्का जाम की घोषणा की और इसके बाद आमजन भी सड़क पर उतरते नज़र आए।
दूसरी तरफ दरभंगा के लहेरियासराय स्टेशन पर आइसा के कार्यकर्ता ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस को रोके रखा। इस बीच कई प्रदर्शनकारी इंजन पर भी चढ़ गए।
पटना में लाठी चार्ज के खिलाफ अब अभ्यर्थियों के अभिभावक भी सड़क पर आ गए हैं। ऐसे में यहाँ का यातायात प्रभावित हुआ है। पटना औरंगाबाद एनएच 139 और अरवल -जहानाबाद एनएच 110 पर यातायात ठप हो गया। अरवल में चक्का जाम समर्थक आज सुबह से सड़क पर हैं और उन्होंने मार्ग जाम कर दिए हैं।
अभ्यर्थियों के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवा आरजेडी के महानगर राकेश नायक ने अपने बयान में कहा कि बिहार के नौजवानों आंदोलन को बुलंद करने के लिए हम लोग आज सड़क पर उतरे हैं।
उन्होंने आगे बिहार के मुखिया नीतीश कुमार पर इन छात्रों के दमन का आरोप लगाया और कहा कि यहां के नौजवान गरीब और किसान परिवार से आते हैं। यहां के शिक्षा माफियाओं के द्वारा परीक्षा में गड़बड़ी कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं।
बताते चलें कि बीते दिन रविवार को अपनी मांगों को लेकर जब अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे, उस समय पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। पुलिस और अभ्यर्थियों की इस झड़प में हालात बेकाबू हो गए। पुलिस ने इस आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया।