लखनऊ : यूपी में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए बनी स्टार्टअप नीति के तहत राज्य में अब तक 5600 स्टार्टअप पंजीकृत किये गए हैं। इनकी संख्या में तेज़ी से इज़ाफ़ा हो रहा है। जल्दी ही इस संख्या को बढ़ाकर दस हजार किया जायेगा।
राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने की गरज़ से बीते दिनों नए स्टार्टअप की स्थापना को बढ़ावा देने का फैसला किया गया। इस योजना से दस लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने और स्टार्टअप रैंकिंग में यूपी को नंबर एक बनाए जाने के लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास है।
कई निवेशकों द्वारा यहां अपना स्टार्टअप स्थापित करने के लिए आवेदन किया है। ऐसे में राज्य में स्टार्टअप की संख्या दस हजार से अधिक करने के लिए प्रदेश के हर जिले में एक इनक्यूबेटर की स्थापना की जाएगी। जिसके अंतरगत उच्च शिक्षा, कृषि शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा के साथ सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग में इनक्यूबेटर की स्थापना होगी। प्रदेश में अब तक 47 इनक्यूबेटर स्थापित किए जा चुके हैं और सौ इन्क्यूबेटर स्थापित किए जाने का इरादा है।
राज्य सरकार का का मानना है कि इनक्यूबेटर और उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना से प्रदेश में एक लाख से अधिक लोग रोजगार पा सकेंगे। साथ ही प्रदेश में स्थापित स्टार्टअप देश को स्टार्टअप हब बनाने में अहम भूमिका निभा सकेंगे।
प्रदेश सरकार द्वारा सौ दिनों में दो उत्कृष्टता केंद्र भी स्थापित करने का फैसला किया है। राज्य सरकार का का मानना है कि इनक्यूबेटर और उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना से प्रदेश में एक लाख से अधिक लोग रोजगार पा सकेंगे। साथ ही प्रदेश में स्थापित स्टार्टअप देश को स्टार्टअप हब बनाने में अहम भूमिका निभा सकेंगे।
आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़ राज्य में हर मंडल स्तर और हर जिले में एक इन्क्यूबेटर सेंटर का निर्माण जल्द ही किया जायेगा। इसके अंतर्गत एक सौ नए इन्क्यूबेटर सेंटर की स्थापना की जाएगी। इन इन्क्यूबेटर सेंटर के माध्यम से मैनेजमेंट ट्रेनिंग या अन्य जरूरी सेवाएं देकर नई स्टार्टअप कंपनियों को विकसित करने में सहायता मिलेगी।
राज्य की नई स्टार्टअप नीति आने के बाद से यूपी में स्टार्टअप में बढ़ोत्तरी हुई है। इलेक्ट्रानिक्स विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश देश का स्टार्टअप हब बन रहा है। नई स्टार्टअप नीति से यूपी में एक कुशल कारोबारी माहौल को बढ़ावा मिला है। प्रदेश को चिकित्सा और स्वास्थ्य, कृषि, खादी, ऊर्जा, शिक्षा, परिवहन, पर्यटन आदि विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित स्टार्टअप से नयी दिशा मिल रही है।