आर्थिक संकट को लेकर श्रीलंका में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। जिसके बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इस्तीफा देने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की है कि वे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफे तक राष्ट्रपति भवन नहीं छोड़ेंगे।
गौरतलब बात ये है कि हजारों प्रदर्शनकारियों ने कल राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया और कब्जा कर लिया। प्रदर्शनकारियों के हमले से पहले राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को वहां से हटा लिया गया।
मैंने अपने देश को कभी ऐसे गंभीर संकट में नहीं देखा। 4 महीने से हम प्रदर्शन कर रहे थे। अब हमारे पास गंवाने के लिए और समय नहीं है। देश में पेट्रोल-डीज़ल और गैस की भारी कमी है: श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और कप्तान सनथ जयसूर्या#SriLankaCrisis #SriLankaEconomicCrisis pic.twitter.com/GIq86iXhln
— News24 (@news24tvchannel) July 10, 2022
राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने आधिकारिक तौर पर पीएम रानिल विक्रमसिंघे को सूचित किया है कि वह पहले की घोषणा के अनुसार इस्तीफा दे देंगे। श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी सूचना दी है।
श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने प्रदर्शन स्थल की ओर सैन्य कर्मियों के मार्च करने की सोशल मीडिया रिपोर्टों का खंडन कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के कार्यालय और आधिकारिक आवास पर कब्जा कर लिया है। सभी प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक राष्ट्रपति गोतबाया इस्तीफा नहीं दे देते तब तक वे लोग राष्ट्रपति भवन में ही डटे रहेंगे।