नई दिल्ली। देश की अब तक की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी की धमाकेदार शुरुआत के साथ ही पहले दिन 53,531 करोड़ रुपये मूल्य की बोलियां प्राप्त हुईं। दूरसंचार कंपनियों ने प्रीमियम बैंड 700 मेगाहट्र्ज और 900 मेगाहट्र्ज को छोडक़र सभी फ्रिक्वेंसी बैंडों में रुचि दिखाई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शनिवार को स्पेक्ट्रम की नीलामी में बोली के पांचवे दौर के अंत तक कुल करीब 53,531 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं। स्पेक्ट्रम की नीलामी सोमवार को दोबारा शुरू होगी। शनिवार को आयोजित पांच दौर में ऑपरेटरों ने सबसे अधिक रुचि 1800 मेगाहट्र्ज के स्पेक्ट्रम बैंड में दिखाई। इस बैंड का इस्तेमाल 2जी-4जी सेवाएं देने के लिए किया जा सकता है। spectrum auction
इसके बाद ऑपरेटरों की रुचि 2100 मेगाहट्र्ज (3जी-4जी) बैंड, 2500 मेगाहट्र्ज (4जी) बैंड, 2300 मेगाहट्र्ज (4जी) और 800 मेगाहट्र्ज (2जी-4जी) बैंड में रही। पहले दिन की बोली समाप्त होने के बाद दूरसंचार विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सबसे अधिक हरकत 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में देखी गई, जिसमें 22 में से 19 दूरसंचार सर्कलों में बोलियां लगाई गईं।
इन सर्कलों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, गुजरात और यूपी (पूर्व एवं पश्चिम) शामिल हैं। देश में सात दूरसंचार कंपनियां सात बैंड में कुल 2,354.55 मेगाहट्र्ज की नीलामी के लिए मैदान में हैं, जिसकी सरकार ने कीमत 5.66 लाख करोड़ रुपये (85 अरब डॉलर) निर्धारित की है। इस नीलामी प्रक्रिया में भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया, रिलायंस जियो इन्फोकॉम, रिलायंस कम्युनिकेशंस, आइडिया सेलुलर, एयरसेल और टाटा टेलीकम्युनिकेशन हिस्सा ले रही हैं। केंद्र सरकार ने इस नीलामी के जरिए 98,994.93 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने का लक्ष्य रखा है।
नीलामी प्रक्रिया का समय सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ बजे से शाम 7.30 बजे तक है। कुल सात बैंड में 2,300 से अधिक मेगाहर्टज के स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी। इसमें 700 मेगाहट्र्ज, 800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज, 1,800 मेगाहट्र्ज, 2,100 मेगाहट्र्ज, 2,300 मेगाहट्र्ज और 2,500 मेगाहट्र्ज के स्पेक्ट्रम हैं।
# spectrum auction