दक्षिण अफ़्रीका की कानूनी टीम ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत को लगभग पांच हज़ार पृष्ठों का एक दस्तावेज़ सौंपा, जिसमें इज़रायल पर गाजा में फिलिस्तीनियों के विरुद्ध नरसंहार करने का आरोप लगाया है।
कार्यालय ने एक बयान में इसकी जानकारी देते हुए दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने गाजा में इजरायल के नरसंहार के सबूत अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) को सौंप दिए हैं।
आईसीजे गाजा में दक्षिण अफ्रीका द्वारा लाए गए एक मामले में इज़रायल के खिलाफ नरसंहार के आरोपों की जांच कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय पहले ही मामले में प्रारंभिक फैसला दे चुका है।
इसमें ऐसे दस्तावेज शामिल हैं जो इस आरोप का समर्थन करते हैं कि इजरायल ने “गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों के विनाश को बढ़ावा देकर नरसंहार सम्मेलन का उल्लंघन किया है”।
राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा कि दस्तावेज़ में ऐसे सबूत हैं जो दिखाते हैं कि किस तरह से इज़रायल ने गाजा में नरसंहार पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उल्लंघन किया है।
इन सबूतों में गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों को प्रतिबंधित हथियारों से मारना, मानवीय सहायता तक पहुंच से इनकार करना, भूख को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल करना और जबरन विस्थापन के माध्यम से गाजा पर कब्जा करना शामिल है।
आईसीजे गाजा में दक्षिण अफ्रीका द्वारा लाए गए एक मामले में इज़रायल के खिलाफ नरसंहार के आरोपों की जांच कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय पहले ही मामले में प्रारंभिक फैसला दे चुका है।
मई में आईसीजे ने इज़रायल को राफा पर अपना आक्रमण रोकने का आदेश दिया था जिसमे यह कहा गया था कि वहां शरण लेने वाले हजारों फिलिस्तीनियों के लिए “गंभीर खतरा” है, लेकिन इज़रायल ने अंतरराष्ट्रीय अदालत के आदेश का उल्लंघन किया।