आज का दिन विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल 20 मार्च को परिंदों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। गौरैया की जनसंख्या में होने वालीकमी के कारण ये दिन अस्तित्व में आया। पहला विश्व गौरैया दिवस 2010 में दुनिया के कई हिस्सों में मनाया गया।
वातावरण में बढ़ती नेटवर्क तरंगों, कीटनाशकों का बढ़ता उपयोग, इमारतों की कारीगरी में बदलाव और घरों से गायब बगीचों के कारण पिछले कुछ वर्षों में गौरैयों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है। रेडिएशन के कारण बड़ी संख्या में इनका पलायन और मामले सामने आये।
This #WorldSparrowDay, let us celebrate the ecological significance of sparrows and pledge to protect and conserve the bird which is now on the verge of extinction. pic.twitter.com/s39RdwuZTS
— Nitin Gadkari (मोदी का परिवार) (@nitin_gadkari) March 20, 2022
विश्व गौरैया दिवस पर कई बड़े संस्थानों और शख्सियतों ने सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है। पिछले कई वर्षों के परिणाम स्वरुप इस क्षेत्र में कामयाबी मिली है और ख़त्म होती गौरैया का अस्तित्व बचा रह सका है।