किसी ज़माने में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए सबसे लोकप्रिय स्काइप (Skype) आज से बंद हो रहा है। तक़रीबन दो दशकों तक लोगों के बीच सम्पर्क बनाए रखने वाला यह एप अब इतिहास में जगह पाएगा।
स्काइप का उत्तराधिकारी अब Microsoft Teams को घोषित कर दिया गया है। साल 2011 में माइक्रोसॉफ्ट ने 8.5 बिलियन डॉलर में इसे खरीदा था।
डिजिटल संचार की दुनिया तेजी से हो रहे बदलाव के चलते अब इसे माइक्रोसॉफ्ट टीम्स के साथ एकीकृत करने का फैसला किया है। तकनीकी प्रगति का प्रतीक बन चुके इस बदलाव से यह भी पता चलता है कि डिजिटल संचार की दुनिया कितनी तेजी से नएपन को स्वीकार करती जाती है।
दुनियाभर में ऑनलाइन कॉलिंग और वीडियो चैटिंग का पर्याय स्काइप आज यानी 5 मई 2025 को आधिकारिक रूप से बंद हो रहा है। अब इसे माइक्रोसॉफ्ट टीम्स के साथ एकीकृत करने का फैसला किया है।
निकलास जेनस्ट्रॉम और जेनस फ्रिस का बनाया स्काइप साल 2003 में लॉन्च हुआ था। एक स्वतंत्र कंपनी के रूप में शुरू होने वाली इस तकनीक को बड़ी ही तेज़ी से लोकप्रियता भी हासिल हुई।
बीतते समय के साथ साल2005 में eBay ने स्काइप को 2.6 बिलियन डॉलर में खरीदा मगर यह सौदा ज्यादा सफल नहीं रहा।
eBay ने वर्ष 2009 में स्काइप के 70 फीसद हिस्से को सिल्वर लेक पार्टनर्स जैसे निवेशकों को बेच दिया। उसके बाद साल 2011 में माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप को 8.5 बिलियन डॉलर में पूरी तरह खरीद लिया।
और इस तरह कई रास्तों से गुज़रकर वर्ष 2003 में लॉन्च होने के वाला स्काइप पड़ाव पर पहुँच चुका है। बताते चलें कि स्काइप 5 मई 2025 तक काम करता रहेगा ताकि यूजर्स को टीम पर शिफ्ट होने का समय मिल सके।
यह एक सुचारु माइग्रेशन प्रक्रिया होगी, जिसमें यूजर अपनी पुरानी जानकारी Teams में देख सकेंगे। माइक्रोसॉफ्ट ने इस भी प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए मदद और संसाधन देने का वादा किया है।
फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप के नए पेड सब्सक्रिप्शन को बंद कर दिया है। मौजूदा पेड यूजर्स अपनी सेवाएं उस समय तक इस्तेमाल कर सकेंगे जब तक उनका अगला रिन्युअल साइकिल पूरा नहीं हो जाता।
बताते चलें कि यूजर्स की बची हुई Skype Credit भी टीम या वेब पोर्टल के माध्यम से उपयोग की जा सकेगी। उसके बाद यह सेवा पूरी तरह से बंद हो जाएगी।