ओटावा: मानव विचारों और अवधारणाओं के विपरीत नए अध्ययन ने साबित किया है कि गहन चिकित्सा वार्ड (आईसीयू) में भर्ती रोगियों को व्यायाम किया जाए तो वह तेजी से स्वस्थ होने लगते हैं।
शोध के अनुसार आईसीयू में भर्ती मरीजों को बेहद कमजोर माना जाता है लेकिन यह जानकर हैरानी होगी कि गहन चिकित्सा वार्ड में भर्ती मरीजों को 2 सप्ताह तक व्यायाम करने से रोगी के जल्द स्वस्थ होने की संभावना बढ़ जाते हैं जो प्रमुख कारण व्यायाम के दौरान रोगियों के रक्त परिसंचरण और मांसपेशियों का नियमित काम करना है।
शोध के लिए शोधकर्ताओं ने आईसीयू वार्ड में भर्ती 33 मरीजों पर शोध किया जिनकी उम्र 18 साल और उससे अधिक थीं। रोगियों के इलाज के दौरान इनमें से कुछ रोगियों को प्रतिदिन 30 मिनट बेड पर ही व्यायाम कराया गया और कुछ रोगियों को केवल बेड पर आराम दिया गया और इस प्रक्रिया सप्ताह में 6 दिन तक जारी रहा।
शोध के दौरान देखा गया कि वह रोगी जिन्हें आईसीयू में भर्ती होने के बाद लगातार 4 दिन तक व्यायाम कराया गया उनके शरीर में रक्त परिसंचरण बेहतर रही और उन्होंने तेजी से उबरने की ओर कूच किया।
अनुसंधान कारों ने नोट किया कि ऐसे मरीज जिन्हें आईसीयू में व्यायाम नहीं कराई गई वह तेजी से कमजोर होते गए और उनमें विकलांगता की शिकायत भी आने लगी जबकि महकीकीन का कहना है कि ऐसे मरीज आईसीयू में भर्ती होने के कुछ दिन बाद ही क्षीण हो जाते हैं।
शोध के अनुसार लगातार बल्ले पर लेटे रहने से रोगी के पट्ठे स्कड़ने लगते हैं ाोरोन परिसंचरण भी प्रभावित होने है लेकिन अगर आईसीयू में भर्ती रोगियों को उपचार के दौरान दैनिक व्यायाम किया जाए तो कमर, कूल्हे और पैरों को जहां लाभ वहीं शरीर में रक्त परिसंचरण नियमित चलने से रोगी कमजोर नहीं होता।