लखनऊ। यूपी सरकार में मंत्री शिवपाल यादव ने मचे घमासान के बीच मंत्री पद से गुरुवार देर रात इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले आज शिवपाल यादव ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की।
समाजवादी पार्टी में चल रही खींचतान के चलते हुए नुकसान का मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को दिल्ली से लखनऊ आकर डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया। दिनभर चढ़ा सियासी पारा देर शाम अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव की मुलाकात के साथ उतरा। दोनों में पंद्रह मिनट की मुलाकात हुई। फिलहाल दोनों की मुलाकात से पार्टी का संकट अब थमता नज़र आ रहा था। माना जा रहा है कि शिवपाल के पुराने विभाग बहाल हो जाएंगे और वह संगठन का काम देखते रहेंगे।
मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव से बात करने के लिए राम गोपाल यादव को लखनऊ भेजा तो दूसरी ओर आहत शिवपाल सिंह यादव को मनाने की कोशिशें तेज कर दीं। शिवपाल ने गुरुवार शाम मुलायम सिंह से करीब एक घंटे की मुलाकात की। माना जा रहा है कि मुलायम सिंह ने ही उन्हें अखिलेश यादव से मिलने को कहा था, ताकि कोई गिला-शिकवा हो तो संवाद से दूर हो जाए।
कुल पंद्रह मिनट की मुलाकात में तमाम मुद्दों के अलावा ‘बाहरी व्यक्ति’ के मुद्दे पर भी बात हुई। इससे पहले सुबह राम गोपाल यादव ने यह कहकर मुख्यमंत्री अखिलेश का पक्ष लिया कि उन्हें सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाना गलती थी। उन्होंने यह कह कर संतुलन लाने की कोशिश की कि मैं मुख्यमंत्री होता तो राज किशोर को बर्खास्त न करता। दिनभर के घटनाक्रम में कयास लगाये जा रहे थे कि शिवपाल सिंह यादव सपा के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे और मंत्री पद नहीं छोड़ेंगे। लेकिन देर रात शिवपाल ने ना सिर्फ मंत्री पद बल्कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया। हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।