पाकिस्तान में 26 मिलियन बच्चे स्कूल से बाहर हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ का कहना है कि वह पूरे देश में शैक्षणिक आपातकाल घोषित करेंगे।
इस्लामाबाद में डेनिश स्कूल स्थल के निरीक्षण समारोह में बोलते हुए प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि नवाज शरीफ के नेतृत्व में दानिश स्कूल का नेटवर्क पंजाब में फैल गया, दानिश स्कूल अनाथों के लिए सहारा बन गया।
शाहबाज शरीफ ने कहा कि दानिश स्कूल से निकले बच्चे पूरी दुनिया में प्रभाव डाल रहे हैं, उन्होंने बताया कि दानिश स्कूल शुरू करने के लिए हमारी आलोचना की गई थी।
Premier @CMShehbaz announces Daanish Schools across Pakistan. Elite education should not remain a monopoly of wealthy families. Every child of Pakistan deserves the best quality of education which will help us shape our destiny. Onwards and upwards! @PakPMO pic.twitter.com/2jaP4n7UCq
— Hamza Azhar Salam (@HamzaAzhrSalam) April 9, 2024
एक हवाला देते हुए उन्होंने सवाल भी किया। उनका कहना था कि इस्लामाबाद में रईसों के लिए हेड स्टार्ट स्कूल बनाए गए हैं, क्या शिक्षा सिर्फ रईसों के बच्चों का अधिकार है? क्या यह गरीबों का अधिकार नहीं है कि उन्हें अन्य अच्छी स्कूल सुविधाएं भी मिल सकें, ये स्कूल इस्लामाबाद की झुग्गियों और दूरदराज के इलाकों में बनाए जा रहे हैं।
शाहबाज शरीफ ने कहा कि वह जमीन पर दानिश स्कूल सुविधाओं का समर्थन करने के लिए आयुक्त के आभारी हैं, दानिश दूरदराज के इलाकों में स्कूल स्थापित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पंजाब में लैपटॉप पाने वाले छात्र नौकरी पाकर कमा रहे हैं। उनका कहना है कि हमने छात्रों के हाथों में स्कालरशिप नहीं लैपटॉप दिए हैं, हमने दानिश स्कूलों के हजारों बच्चों को शिक्षा के रत्न से सुसज्जित किया है।
शहबाज शरीफ ने कहा- “लालफीताशाही तोड़ें और आगे बढ़ें। मेरा पूरा समर्थन रहेगा। रमजान के बाद दानिश स्कूलों के पीसी वन को मंजूरी दिलाएं।”