नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद ( जीडीपी ) की तेज विकास दर का श्रेय सरकार के एकाग्रचित्त प्रयासों को देते हुए उसकी तारीफ की है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्बारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पहली तिमाही में विकास दर बढकर 8.2 प्रतिशत पर पहुंच गयी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में वित्त मंत्री रहे पी. चिदम्बरम् ने भी इन आंकड़ों पर प्रसन्नता जाहिर की है, लेकिन साथ ही आशंका जतायी है कि आने वाले समय में विकास दर घट सकती है।
शाह ने ट्वीट कर कहा देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था का मतलब है आम लोगों के लिए बेहतर संभावनाएं। उनके पास अब अपने सपनों को पूरा करने के लिए ज्यादा संसाधन तथा अवसर हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में न्यू इंडिया ज्यादा सशक्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यभार संभाला था उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था खस्ताहाल थी। लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और पूरे मंत्रिमंडल ने अपना फोकस इसे वापस पटरी पर लाने पर एकाग्रचित्त रखा। उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली की भी तारीफ की।
भाजपा अध्यक्ष ने तेजी से बढ़ रही जीडीपी को सरकार के सुधारात्मक प्रयासों का नतीजा बताया है। उन्होंने लिखा विनिर्माण से लेकर कृषि तक भारतीय अर्थव्यवस्था सभी सेक्टर में अभूतपूर्व विकास के दौर से गुजर रही है। डॉलर के मुकाबले गिरते रुपए और पेट्रोल-डीजल के बढते दाम के बीच जीडीपी के इन आंकड़ों को सरकार के लिए राहत के रूप में देखा जा रहा है।
चिदम्बरम् ने ट्विटर पर लिखा मुझे प्रसन्नता है कि विकास दर बढी है, लेकिन यह पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के कमजोर आंकड़ों की तुलना में है। उन्होंने कहा कि पिछले साल समान तिमाही में विकास दर 5.6 प्रतिशत रही थी जो आठ तिमाहियों में सबसे कम है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आने वाले समय में तुल्य आंकड़े इतने कमजोर नहीं होंगे और चालू वित्त वर्ष की तीसरी तथा चौथी तिमाही में विकास दर धीमी पड़ सकती है। इससे वार्षिक विकास दर लगभग पिछले वित्त वर्ष के समान ही रह सकती है। -एजेंसी