भुवनेश्वर, 22 सितंबर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य की उन महिलाओं की रोजगार क्षमता में सुधार के लिए संयुक्त राष्ट्र की महिलाओं हेतु काम करने वाली इकाई (यूएन वुमन) के ‘सेकंड चांस एजुकेशन प्रोग्राम’ का समर्थन मांगा, जिन्होंने अपनी शिक्षा पूरी नहीं की है।
श्री पटनायक ने यह मुद्दा यूएन वुमन की प्रतिनिधि सुसान जेन फर्ग्यूसन से आज यहां अपने निवास पर मुलाकात के दौरान उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि तकनीकी शिक्षा से स्नातक करने वालों में कम से कम एक तिहाई लड़कियां हों।
मुख्यमंत्री ने वर्ल्ड स्किल सेंटर के बारे में भी बात की और कहा कि यूएन वुमन ऐसे संस्थानों के साथ भागीदारी करे ताकि ऐसी परियोजनाओं में लैंगिक समानता और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी और उसके बाद उद्योगों में रोजगार उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने सुदक्ष्या जैसी योजनाओं का उदाहरण दिया, जिससे आईटीआई में लड़कियों के नामांकन को पांच साल पहले के छह प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत करने में मदद मिली है।
हाल के दिनों में विनिर्माण उद्योग में आयी क्रांति का उल्लेख करते हुए श्री पटनायक ने कहा कि कारखानों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और सर्व महिला इकाई को बढ़ावा देने के लिए यूएन वुमन गुणवत्तापूर्ण आवास और क्रेच जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करने के प्रयासों का नेतृत्व कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने वर्ल्ड स्किल सेंटर जैसी परियोजनाओं के बारे में भी बात की और कहा कि यूएन वुमन ऐसे संस्थानों के साथ भागीदारी करे ताकि ऐसी परियोजनाओं में लैंगिक समानता और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो सके। सुश्री फर्ग्यूसन ने महिला सशक्तीकरण के संबंध में राज्य सरकार की पहल की सराहना की।