संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा है कि यमन की बंदरगाहों को पूरी तरह खोल दिया जाना चाहिए ताकि सनआ हवाई अड्डे तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त हो जाए।
कुवैत, स्वीडन और हाॅलैंड ने सऊदी अरब से परामर्श के बाद सुरक्षा परिषद की ओर से एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि यमन के लिए भेजी जाने वाली मानवता प्रेमी सहायताओं का रास्ता रोकना, अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन है। अलमयादीन टीवी चैनल के अनुसार इस बयान में इसी तरह यह वाक्य भी जोड़ा गया था कि ईरान, यमन में हथियार भेजने पर प्रतिबंध के क़ानून पर कटिबद्ध नहीं रहा है लेकिन रूस ने इस वाक्य को बयान से निकलवा दिया है।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब ने अमरीका के समर्थन से 15 मार्च 2015 से यमन पर हमले शुरू किए थे जिनमें अब तक दस हज़ार से अधिक यमनी नागरिक मारे जा चुके हैं। सऊदी अरब और कुछ अन्य देश एेसी स्थिति में ईरान पर यमन के लिए हथियार भेजने का आरोप लगा रहे हैं जब उन्होंने पूरी तरह ये यमन का घेराव कर रखा है और इसी तरह वे अमरीका व ब्रिटेन के विकसित हथियारों से यमनी जनता का जनसंहार करके युद्ध अपराध कर रहे हैं। (