खबर है कि क़तर, हमास और इज़राइल गुप्त रूप से फ़िलिस्तीनी और इज़राइली कैदियों की अदला-बदली के लिए एक और समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। इस बीच इज़रायली सेना ने लेबनान में फॉस्फोरस बमों के इस्तेमाल की बात स्वीकार की है
सऊदी सूत्रों के मुताबिक, क़तर, हमास और इज़राइल क़ैदियों के तबादले के लिए जिन शर्तों पर चर्चा कर रहे हैं उनमें लगभग 300 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है।
Marwan Barghouti could be exchanged !!
Saudi sources claim: Qatar and Israel are conducting secret negotiations for another prisoner exchange deal in which Marwan Barghouti will be released
According to the Saudi sources, the conditions discussed by the parties are the release… pic.twitter.com/g1WMlVYbWN
— Angelo Giuliano 🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻 安德龙 (@angeloinchina) December 12, 2023
हमास के अनुरोध पर समझौते में एक फ़िलिस्तीनी मारवान बरघौटी का नाम भी शामिल किया जाएगा, जो पीएलओ के पूर्व महासचिव हैं और वर्ष 2002 से इज़रायली सेना पर हमला करने के आरोप में इज़रायली जेल में हैं।
इनमें लंबी कैद की सजा पाने वाले दस फ़िलिस्तीनी कैदी भी शामिल हैं, जबकि हमास बदले में 10 पूर्व-इजरायली सैनिकों को रिहा करेगा, अन्य कैदियों में इजरायली महिलाएं, बच्चे और पुरुष शामिल होंगे।
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— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) December 12, 2023
इस बीच इज़रायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में सफ़ेद फॉस्फोरस बमों का उपयोग किये जाने की बात स्वीकार कर ली है। इजरायली सेना के मुताबिक, सफेद फास्फोरस बमों का इस्तेमाल उन इलाकों में किया गया जहां कोई नागरिक नहीं था।
इज़रायली सेना का कहना है कि इसका उद्देश्य हिज़्बुल्लाह के लॉन्चिंग साइट्स का खुलासा करना था।