दुनिया की बड़ी खुफिया एजेंसियों के करीब दो दर्जन वरिष्ठ अधिकारियों ने शांगरी-ला डायलॉग के तहत सीक्रेट मीटिंग की है।
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक सिंगापुर सरकार पिछले कई सालों से सिंगापुर में इस सुरक्षा बैठक का आयोजन सुरक्षा शिखर सम्मेलन के साथ पूरी तरह से अलग और गुप्त स्थल पर कर रही है।
इस बैठक में अमेरिका का प्रतिनिधित्व उसके देश के खुफिया समुदाय के प्रमुख, नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक एवरिल हाइन्स ने किया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ भारत की विदेशी खुफिया जानकारी एकत्र करने वाली एजेंसी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के प्रमुख सामंत गोयल ने इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
सूत्रों के अनुसार ये भी कहा जा रहा है कि यह बैठक अंतरराष्ट्रीय शैडो एजेंडा पर थी। इस बैठक में शामिल देशों की श्रेणी को देखते हुए इसका मक़सद इरादों और गहरी समझ को बढ़ावा देने से जोड़ा जा रहा है।
दुनिया भर की शीर्ष खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों की सिंगापुर में हुई गोपनीय बैठक https://t.co/wNyDdsAUwG
— Saras Janvaad (@SarasJanvaad) June 4, 2023
विदेशी समाचार एजेंसी ने ये भी जानकारी दी कि बैठक की सूचना पहले नहीं दी गई थी। इस बैठक में अमेरिकी सरकार का प्रतिनिधित्व नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक एवरेल हैन्स ने किया, जो अमेरिका में खुफिया समुदाय के प्रमुख हैं।
इस बैठक के सिंगपुर में आयोजित किये जाने पर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का कहना है कि ये खुफिया सेवाओं के बीच एक अनकहा कोड है कि जब अधिक औपचारिक और खुली कूटनीति कठिन हो तो गुप्त तरीके से बात की जा सकती है। इसलिए सिंगापुर में यह बैठक आयोजित की जाती है।
इस बैठक में चीन भी मौजूद था, हालांकि फिलहाल चीन और अमेरिका के बीच तनाव बना हुआ है।