रोते हुए नवजात शिशु को शांत कराना माता-पिता के लिए अकसर मुश्किल होता है। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसी सरल प्रक्रिया बता दी है जो न सिर्फ बच्चे को चुप करा सकती है बल्कि उसे सुलाने में भी मददगार है।
शोध पत्रिका करंट बायोलॉजी में प्रकाशित शोध में जापान और इटली में बच्चों को चुप कराने की रणनीति पर फोकस किया। इस अध्ययन के शोधकर्ताओं के अनुसार उन्हें उम्मीद है कि इस शोध से माता-पिता विशेष रूप से अनुभवहीन माता-पिता को तनाव कम करने में मदद मिलेगी।
जापान में रिकेन सेंटर फॉर ब्रेन साइंस की वरिष्ठ लेखिका कोमी कुरावाड़ा ने एक बयान में कहा कि उन्होंने अपने चार बच्चों की परवरिश की। हालांकि उन्होंने कहा कि जब तक उन्होंने अध्ययन से डेटा नहीं देखा तब तक उन्हें उपरोक्त निष्कर्षों के बारे में पता नहीं था।
इस अध्ययन के परिणामों से पता चला कि यदि कोई बच्चा रो रहा है, तो उसे 5 मिनट के लिए टहलने के लिए ले जाएं और फिर उसे अपने कंधे पर 8 मिनट तक रखें, वह 13 मिनट में सो जाएगा।
इससे पहले शोध दल ने स्तनपान कराने वाले उन स्तनधारियों का अध्ययन किया था, जिनके बच्चे स्वयं की देखभाल करने में असमर्थ हैं, जिनमें चूहे, कुत्ते, बंदर और अन्य शामिल हैं।
इस शोध से पता चला कि जब ये जानवर अपने बच्चों को उठाकर चलते थे तो उनके बच्चे शांत और सुकून में भी आ जाते थे। इस शोध को परखने के लिए जानवरों के बाद इंसानों पर भी परीक्षण किया गया।
अध्ययन ने बच्चों को शांत रखते हुए ईसीजी मशीनों और कैमरों का उपयोग करने वाले विभिन्न तरीकों के प्रभावों की तुलना की।इस स्टडी में 21 मांओं ने अपने नवजात बच्चों को शांत रखने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाए।
इस अध्ययन के परिणामों से पता चला कि यदि कोई बच्चा रो रहा है, तो उसे 5 मिनट के लिए टहलने के लिए ले जाएं और फिर उसे अपने कंधे पर 8 मिनट तक रखें, वह 13 मिनट में सो जाएगा।