यमन की सेना और स्वयं सेवी बलों ने दक्षिणी सऊदी अरब के जीज़ान हवाई अड्डे को निशाना बनाया है।
अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार यमन की सेना और स्वयं सेवी बलों की मीज़ाइल यूनिट ने बद्र-1 नामक मीज़ाइल से निशाना बनाया है।
अभी तक इस हमले के संभावित नुक़सान के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है।
यमन की सेना और स्वयं सेवी बलों की मीज़ाइल यूनिट ने मंगलवार की रात भी जीज़ान के पेट्रोकेमिकल कारख़ाने और अराम्को कंपनी को चार बद्र-1 मीज़ाइल से निशाना बनाया था। इस हमले से काफ़ी नुक़सान हुआ था।
यमनी सेना के प्रवक्ता शरफ़ लुक़मान ने इससे पहले कहा था कि जब तक यमन पर सऊदी गठबंधन के हमले जारी रहते हैं तब तक उनके आर्थिक ठिकानों पर मीज़ाइलें फ़ायर होती रहेंगी।
याद रहे सऊदी यु्द्धक विमानों ने 9 अगस्त को ज़हयान नगर में बच्चों को ले जाने वाली एक बस पर बमबारी कर दी जिसकी वजह से 55 बच्चे मारे गये और 77 अन्य घायल हो गये।
सऊदी अरब के अपराधों पर पश्च्मिमी देशों विशेषकर अमरीका पर चुप्पी छायी है क्योंकि सऊदी अरब पश्चिमी हथियारों का सब से बड़ा खरीदार है।
टीकाकार यह कहते हैं कि सऊदी अरब के ना समझ और अनुभवहीन युवा नेतृत्व ने युद्ध शुरू करके निश्चित रूप से यमन के आम नागरिकों को बड़ी संख्या में मारा और इस देश का बुनियादी ढांचा ध्वस्त करके रख दिया लेकिन यह भी सही है कि इस नेतृत्व ने सऊदी अरब को बहुत गंभीर नुक़सान पहुंचाया है।
यमन ने जवाबी हमले करके साबित कर दिया है कि इस देश के राजनैतिक पटल को सऊदी अरब और इमारात अपनी मर्ज़ी और मनमानी के अनुसार ढाल नहीं पाएंगे बल्कि यमन की जनता ही इस देश का भविष्य तय करेगी।