रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने एक अमरीकी अधिकारी द्वारा आईआरजीसी के एक जनरल की हत्या की खुल्लम खुल्ला धमकी दिए जाने को अस्वीकार्य बताया है।मारिया ज़ाख़ारोवा ने ईरान के मामलों में अमरीका के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक की ओर से ईरान के इस्लामी क्रांति संरक्षक बल आईआरजीसी की क़ुद्स ब्रिगेड के नए प्रमुख जनरल इस्माईल क़ाआनी को हत्या की धमकी दिए जाने को अस्वीकार्य और अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों के विरुद्ध बताया है।
हुक ने धमकी दी थी कि अगर जनरल क़ाआनी ने भी अमरीकियों की हत्या जारी रखी तो उनका अंजाम भी वही होगा जो जनरल सुलैमानी का हुआ था। ज़ाख़ारोवा ने इस धमकी के जवाब में कहा है कि हम एक बार फिर बल देकर कहते हैं कि रूस के लिए इस तरह की धमकी अस्वीकार्य है और यह अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों के परिप्रेक्ष्य में नहीं है बल्कि पूरी तरह से ग़ैर क़ानूनी है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के अधिकारियों को यह हक़ नहीं है कि वे अन्य देशों के अधिकारियों के ख़िलाफ़ इस तरह की बातें कहें।
रूस के स्ट्रेटेजिक कार्यक्रमों के केंद्र के प्रमुख एलेग्ज़ेंडर गोसिएफ़ ने भी इससे पहले नोविस्ती समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा था कि अमरीका, ईरान के ख़िलाफ़ अपनी भड़काऊ और उकसाऊ कार्यवाहियां जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की धमकियों की वजह यह है कि ईरान, मध्यपूर्व की स्थिति को अपने नियंत्रण में लिए हुए है और अमरीका इस क्षेत्र में अपनी नीतियों को कमज़ोर पड़ता देख रहा है। उन्होंने कहा कि हालयिा बरसों में इस्लामी गणतंत्र ईरान, एक मज़बूत क्षेत्रीय देश में बदल चुका है और वाॅशिंग्टन इसे मानने के लिए तैयार नहीं है।