चंद्रमा पर रूस के लूना 25 अंतरिक्ष मिशन ने अपना पहला डेटा भेजना शुरू कर दिया है। भारतीय और रूसी अंतरिक्ष मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहली सफल लैंडिंग का लक्ष्य बना रहे हैं।
शुक्रवार को लॉन्च होने वाला लूना 25 पांच दिनों में चंद्रमा पर पहुंचेगा और चंद्र कक्षा में एक सप्ताह बिताने के बाद चंद्र सतह पर उतरेगा।
14 जुलाई को लॉन्च किया गया भारत का चंद्रयान-3 मिशन भी चंद्रमा की कक्षा में है और भारत का चंद्रयान-3 मिशन 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का प्रयास करेगा।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक, रूसी वैज्ञानिकों ने लूना 25 से मिले डेटा पर काम करना शुरू कर दिया है।
पानी की संभावित उपस्थिति का पता लगाने के लिए लूना 25 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से नमूने एकत्र करेगा।
अमेरिका, चीन और रूस में से कोई भी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग नहीं कर पाया है।
रूस के लूना-25 और भारत के चन्द्रयान दोनों के मिशन मून पर विज्ञानियों का फोकस, कही ये बड़ी बात@isro #Chandrayaan3 #Luna25 #MissionMoon https://t.co/0CT9G0YVlR
— Dainik Jagran (@JagranNews) August 13, 2023
रूस ने 1976 में चंद्रमा पर लूना 24 भेजने के 47 साल बाद 11 अगस्त को चंद्रमा पर अपना पहला अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया, जो चंद्रमा की सतह से 170 ग्राम मिट्टी लेकर आया था।
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🇷🇺 Russia obtained the first data from Luna-25 today."The scientific equipment of the station flying to the moon is operating normally, the first flight measurement data have been obtained, and specialists have begun to process them."
Roscosmos carried out the first… https://t.co/58cyrkvirt pic.twitter.com/lOpqOLokvt
— ⏳Towhee 🌏☮️ (@amborin) August 13, 2023
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने 1969 में चंद्रमा पर चलने वाले पहले व्यक्ति के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया जबकि सोवियत संघ का लूना-2 मिशन 1959 में चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाला पहला अंतरिक्ष यान था।