पटना: लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिए जाने के फैसले पर रघुवंश प्रसाद ने ऐतराज जताया है. उन्होंने इस फैसले को अगड़े-पिछड़े से जोड़ दिया है.
न्यायालय के फैसले को बीजेपी का षड्यंत्र करार देते हुए रघुवंश प्रसाद ने कहा कि लालू को जेल भेजना और जगन्नाथ मिश्रा को रिहा करना नरेंद्र मोदी का फैसला है. रघुवंश प्रसाद ने प्रेस वार्ता कर पूर्व सीबीआई अधिकारी ऐपी दुराई की लिखी गई किताब सीबीआई बनाम लालू प्रसाद यादव का हवाला देते हुए कहा कि सीबीआई ने लालू प्रसाद और आईपीएस अधिकारी को फंसाने की साजिश की गई. उन्होंने कहा कि लालू को पिछड़ा होने के कारण फंसाया गया है.
रघुवंश प्रसाद ने कहा कि लालू ने पिछड़ों के लिए मंडल कमीशन लागू कर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी है. लालू एक मात्र ऐसे ताकतवर नेता थे जिन्होंने बिहार में बीजेपी का रथ रोका था. आज उसी का बदला लिया जा रहा है.
इधर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी कहते है कि 1990 में पहली बार मुख्यमंत्री बनते ही लालू प्रसाद गरीबों-पिछड़ों के विकास की बात छोड़कर केवल अपनी गरीबी मिटाने में लग गए थे, जिसके चलते लगभग 1000 करोड़ का चारा घोटाला सामने आया और पूरे देश में बिहार शर्मसार हुआ था. जिन लोगों ने अपने भ्रष्टाचार से राजनीति को कलंकित किया उनके दोषी करार होते ही इस फैसले को जातीय रंग देकर समाज में तनाव पैदा करने की साजिश की जा रही है, सरकार सद्भाव के साथ विकास का वातावरण बनाये रखने के लिए पूरी तरह सतर्क है.