लंदन में होने वाला एक शोध इस बात का खुलासा करता है कि लाल रोशनी के संपर्क में आने से ब्लड शुगर का स्तर कम हो सकता है।
यूनाइटेड किंगडम में लंदन विश्वविद्यालय में किए गए शोध के परिणामों के अनुसार, 15 मिनट तक प्रकाश की एक ख़ास फ्रीक्वेंसी के संपर्क में रहने पर ग्लूकोज के सेवन के बाद ब्लड शुगर का स्तर 27.7 प्रतिशत कम पाया गया। वहीं, ऐसा करने से ग्लूकोज स्पाइक्स में 7.5 प्रतिशत की कमी आई।
विशेषज्ञों का कहना है कि उनका शोध मानव स्वास्थ्य के लिए लॉन्ग टर्म में बेहद अहम नतीजों की तरफ इशारा करता है। इसमें ब्लड शुगर पर लंबे समय तक नीली रोशनी के संपर्क से जुड़े नकारात्मक प्रभाव भी शामिल हैं।
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— News Medical (@NewsMedical) February 23, 2024
आधुनिक जीवन में, एलईडी प्रकाश व्यवस्था में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं और स्पेक्ट्रम में अधिक नीली रोशनी और कम लाल रोशनी उत्सर्जित करते हैं। शोध के लिखकों के अनुसार यह संभवतः सेहत के लिए ‘टाइम बम’ हो सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, नीली रोशनी के संपर्क में आने से ब्लड शुगर का स्तर प्रभावित होता है, जिससे लंबे समय में शुगर के अलावा अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि सूरज की रोशनी में अधिक समय बिताकर इस समस्या से निपटा जा सकता है।