किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि इस बार चुनाव परिणाम कुछ अलग होंगे। उन्होंने ये भी कहा कि मुजफ्फरनगर में 2013 की स्थिति अब बदल गयी है और यहां शांति स्थापित हो चुकी है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 2013 में मुजफ्फरनगर जिले में भड़के साम्प्रदायिक दंगों का ज़िक्र करते हुए कहा- ‘‘2013 का परिणाम ट्रायल था। ट्रायल का स्टेडियम अब यहां ढह चुका है। जिन स्टेडियम में ये मैच खेले गये थे, वे अब ढह चुके हैं।’’
मुजफ्फरनगर जिले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद संवाददाताओं से कहा – ‘‘पिछली स्थिति बदल चुकी है और शांति ने इसकी जगह ले ली है और इस बार परिणाम पहले जैसा नहीं होगा।’’
राकेश टिकैत से जब ये सवाल किया गया कि आखिर वह किस ‘नये मैच’ की बात कर रहे हैं, तो उनका जवाब था – ‘‘नया मैच पहले ही खेला जा चुका है और इसका परिणाम जल्द ही सामने आएगा।’’
टिकैत ने कहा कि परिणाम सभी के लिए देखने लायक होगा। इससे पहले उन्होंने साम्प्रदायिकता के आधार पर मतदान न करने के लिए मतदाताओं को आगाह किया था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान हो चुका है। यहाँ भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनावों में भारी जीत हासिल की थी।