कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि के मामले में आज पटना सिविल कोर्ट में पेश हुए, जहां उन्हें जमानत मिल गई. 10 हजार रुपये के निजी मुचलके पर राहुल गांधी को जमानत मिली. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था.
जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि संविधान बचाने के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी. इसके लिए जहां भी जरूरत पड़ेगी, मैं वहां वहां जाता रहूंगा. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो भी आरएसएस और नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़ा होगा, वह उनके विचारधारा के खिलाफ होगा. कोर्ट केस उनके गाल पर तमाचा है. मेरी लड़ाई संविधान, गरीबों और किसानों को बचाने की है.
असल में, लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि, ‘सभी मोदी चोर’ हैं. राहुल गांधी ने एक रैली में कहा था, ‘आखिर सभी चोरों का नाम मोदी क्यों होता है? इस दौरान राहुल गांधी ने भगोड़े उद्योगपतियों ने नीरव और ललित मोदी का उदाहरण देते हुए इसका जिक्र किया था. राहुल गांधी ने कहा था, ‘सारे चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं.’
राहुल गांधी के इस बयान से बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भड़क गए थे और उन्होंने कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराते हुए कहा ‘राहुल गांधी के इस तरह के भाषण में मोदी टाइटल वाले व्यक्ति हैं, उनको चोर बताया गया है. इससे समाज में उनकी छवि धूमिल हुई है.’ मोदी ने यह भी कहा कि यह आपराधिक कृत्य है, जिसकी सजा कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को जरूर मिलनी चाहिए.
आरएसएस मानहानि मामले में जमानत
इससे पहले, मुंबई की एक अदालत ने गुरुवार को राहुल गांधी को आरएसएस के एक कार्यकर्ता द्वारा दायर मानहानि मामले में 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी थी. संक्षिप्त सुनवाई के दौरान राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के संबंध में कहा कि वह दोषी नहीं हैं।
आरएसएस कार्यकर्ता धृतिमान जोशी ने राहुल के खिलाफ बेंगलुरु की पत्रकार गौरी लंकेश की 2017 में हुई हत्या का संबंध दक्षिण-पंथी संगठन से जोड़ने का आरोप लगाते हुए मानहानि का मामला दायर किया था.