महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार की रस्मे नियमानुसार जारी है। इसी क्रम में महारानी के ताबूत को आज लंदन ले जाया जाएगा। इस बीच किंग चार्ल्स ने महारानी एलिजाबेथ के सिद्धांतों का पालन करने का संकल्प लेते हुए ब्रिटिश संसद को संबोधित किया
ब्रिटेन के किंग चार्ल्स III ने संसद को अपने पहले संबोधन में कहा कि वह महारानी एलिजाबेथ द्वारा निर्धारित उदाहरण का पालन करने के लिए दृढ़ हैं। उन्होंने इसे लोकतंत्र की जान बताया।
महारानी की अंतिम बिदाई की रस्मों के तहत विदेशी मीडिया के अनुसार महारानी के ताबूत को एडिनबर्ग के सेंट जाइल्स कैथेड्रल में पहुंचाया गया। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को होगा।
इस बीच अपने सम्बोधन में किंग चार्ल्स ने कहा कि ग्रेट ब्रिटेन की रानी अपने देश और लोगों की सेवा करने और संवैधानिक सरकार के सुनहरे सिद्धांतों को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की संवैधानिक सरकार के प्रति प्रतिबद्धता के सिद्धांतों का पालन करना जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि ग्रेट ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ एलेक्जेंड्रा मैरी विंडसर का 96 साल की उम्र में 8 सितंबर को निधन हो गया था।