प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय मॉरिशस यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के निमंत्रण पर 11 और 12 मार्च को मॉरीशस में रहेंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी करने एयरपोर्ट पहुंचे। इस दौरान वहां के सभी 34 मंत्री भी उपस्थित रहे।
बताते चलें कि मॉरिशस हर वर्ष 12 मार्च को अपना राष्ट्रीय दिवस समारोह मनाता है। भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा, विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण और लोगों के बीच घनिष्ठ संबंध रहे हैं।
मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस के समारोह में प्रधानमंत्री के साथ भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत और भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम भी भाग लेगी।
प्रधानमंत्री मोदी देर रात मॉरिशस दौरे पर रवाना हुए थे। यहाँ पहुंचकर वह सबसे पहले मॉरिशस के पोर्ट लुइस गए, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया।
मॉरीशस यात्रा में प्रधानमंत्री कई महत्वपूर्ण समझौते करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बनाने वाली तमाम परियोजनाओं का भी उद्धाटन होगा।
मॉरीशस जाने से पहले प्रधानमंत्री का कहना था कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में एक ‘नया और उज्ज्वल’ अध्याय खोलेगी। उन्होंने इस यात्रा को अतीत की नींव पर आधारित बताया और विश्वास जताया कि भारत और मॉरीशस संबंध मजबूत होंगे।
इस सफर में प्रधानमंत्री मोदी तकरीबन 20 से ज्यादा भारत निर्मित परियोजनाओं का उद्धाटन करेंगे। इनमें क्षमता निर्माण से लेकर कई परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ सिविल सर्विसेज भवन का उद्धाटन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री ने मॉरीशस को एक करीबी समुद्री पड़ोसी और हिंद महासागर में एक प्रमुख साझेदार के साथ अफ्रीकी महाद्वीप का प्रवेश द्वार बताया और कहा कि वह मॉरीशस के नेतृत्व के साथ मिलकर ‘सभी पहलुओं पर साझेदारी को बढ़ाने और लोगों की प्रगति एवं समृद्धि के लिए स्थायी मित्रता को मजबूत करने’ के लिए तत्पर हैं।
भारत और मॉरीशस के रिश्तों पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले दस वर्षों में दोनों पक्षों के बीच जन-केंद्रित पहलों के साथ ‘महत्वपूर्ण प्रगति’ हुई है। उन्होंने मॉरीशस के नेतृत्व के साथ मिलकर साझेदारी को सभी पहलुओं में प्रगति और समृद्धि के साथ इस मित्रता को मजबूत करने की बात कही।