अमरीका के 47वें रास्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप का शपथ समारोह पूरा हुआ। इस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया। यह 40 वर्षों में पहली बार है कि किसी अमरीकी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह इनडोर आयोजित किया गया है।
अत्यधिक ठंडे मौसम के कारण डोनाल्ड ट्रंप के आग्रह पर शपथ ग्रहण समारोह वाशिंगटन डीसी में आयोजित किया गया।
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- “मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमरीका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई। मैं एक बार फिर साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हूं। आगामी सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।”
ट्रंप ने पर्यावरण पर पेरिस समझौते से अमरीका को बाहर निकालने तथा संघीय भर्तियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका की नीति के अनुसार पहला लिंग पुरुष है और दूसरा महिला है, तथा कोई तीसरा लिंग नहीं है।
शुक्रवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया कि अत्यधिक ठंड के कारण उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह को इनडोर आयोजित करने का आदेश दिया है, ठीक वैसे ही जैसे रोनाल्ड रीगन ने 1985 में किया था।
उल्लेखनीय है कि डोनाल्ड ट्रंप संयुक्त राज्य अमरीका के 47वें राष्ट्रपति हैं। इससे पहले वह संयुक्त राज्य अमरीका के 45वें राष्ट्रपति भी रह चुके हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के बाद कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करके अपना प्रशासन शुरू किया।
ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा लिए गए 78 राष्ट्रपति पद के निर्णयों को रद्द कर दिया है, जिनमें आर्थिक और राजनीतिक सुधार को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से लिए गए प्रमुख निर्णय भी शामिल हैं।
व्हाइट हाउस के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने कैपिटल हमले में शामिल 1500 लोगों को क्षमादान देने के आदेश पर भी हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति ट्रंप ने फाइलों पर हस्ताक्षर किए और उन्हें दर्शकों को दिखाया।
कैपिटल एरीना में आयोजित भव्य समारोह में ट्रंप समर्थकों की भारी भीड़ शामिल हुई और तालियों तथा जयघोष के साथ उनका स्वागत किया। समारोह में पुलिस, एथलीटों और विभिन्न संगठनों के जवानों ने राष्ट्रपति को सलामी दी।
इस अवसर पर ट्रम्प ने अपने परिवार और करीबी सहयोगियों का परिचय जनता से कराया और उनकी खूब प्रशंसा की। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह पिछली सरकार के विनाशकारी कार्यकारी आदेशों को रद्द करेंगे, मुद्रास्फीति को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाएंगे और अपराधियों को उनके देशों में निर्वासित करेंगे।
ट्रंप ने विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें पर्यावरण पर पेरिस समझौते से अमरीका को बाहर निकालने तथा संघीय भर्तियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश भी शामिल हैं।
शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में ट्रम्प ने एक नीतिगत वक्तव्य दिया और कहा कि अमरीका में केवल दो लिंगों को मान्यता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अमरीका की नीति के अनुसार पहला लिंग पुरुष है और दूसरा महिला है, तथा कोई तीसरा लिंग नहीं है।