प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पारंपरिक पहाड़ी परिधान में विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम पहुंचे और उनका परिधान लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा। उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में 11755 फीट की उंचाई पर स्थित केदारनाथ में मोदी स्लेटी रंग का चोगा, पहाड़ी टोपी और कमर में केसरिया गमछे में नजर आये और हैलीपैड से केदारनाथ मंदिर तक का पैदल रास्ता उन्होंने पहाड़ी अंदाज में छड़ी लेकर तय किया।
संभवत: पहली बार पहने ऐसे लिबास में वह पूरी तरह से आध्यात्मिक रंग में रंगे नजर आये। पिछले दो साल में चौथी बार भोले के धाम केदारनाथ पहुंचे मोदी ने भगवान शिव की पूजा अर्चना और रूद्राभिषेक करने के बाद मंदिर की परिक्रमा की और बर्फ से ढंके सफेद पर्वत की चोटियों को भी निहारा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता का प्रसन्न भाव से हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया।
मंदिर परिसर में पहुंचने पर केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया, जिसके बाद वह भगवान शिव की पूजा अर्चना और रूद्राभिषेक के लिये मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। करीब आधे घंटे चली इस पूजा के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा की और श्रद्धालुओं का फिर हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
केदारनाथ में प्रधानमंत्री का ध्यान करने तथा वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा करने का भी कार्यक्रम है। मोदी रविवार (19 मई) को बद्रीनाथ जायेंगे। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि मोदी के आगमन से उत्तराखंड की जनता और भाजपा बहुत उत्साहित है। प्रधानमंत्री के इस दौरे का मकसद पूरी तरह से आध्यात्मिक है।