एक वीडियो को पीआईबी फैक्ट चेक की तरफ से भ्रामक बताया गया है जिसमें एक ट्रेन पर प्राइवेट कंपनी का नाम छपा हुआ है। पीआईबी फैक्ट चेक ने बताया है कि यह सिर्फ एक विज्ञापन है।
पीआईबी ने जिस वीडियो के बारे में ये जानकारी दी है दरअसल वो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है।
वीडियो के साथ सोशल मीडिया पोस्ट में प्रियंका गांधी ने लिखा है- ”जिस भारतीय रेलवे को देश के करोड़ों लोगों ने अपनी मेहनत से बनाया, भाजपा सरकार ने उस पर अपने अरबपति मित्र अडानी का ठप्पा लगवा दिया। कल को धीरे-धीरे रेलवे का एक बड़ा हिस्सा मोदी जी के अरबपति मित्रों को चला जाएगा। देश के किसान, खेती-किसानी को भी आज मोदी जी के अरबपति मित्रों के हाथ में जाने से रोकने की लड़ाई लड़ रहे हैं।”
प्रियंका गांधी वाड्रा के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर 14 दिसंबर को ये वीडियो पोस्ट किया गया है। प्रियंका गांधी के इस पोस्ट में शेयर किए गए वीडियो को केंद्र सरकार की एजेंसी पीआईबी ने गलत बताया है।
इस बारे में PIBFactCheck की ओर से 16 दिसंबर को प्रियंका गांधी की पोस्ट के साथ एक ट्वीट किया गया है। इस ट्वीट में लिखा गया है कि रेल पर दिख रहा निजी कंपनी का प्रतीक चिन्ह केवल एक विज्ञापन है।