लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में देर रात आग लगने की घटना में करीब 250 मरीजों को सिविल अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में शिफ्ट कराया गया है। इस अफरा तफरी के माहौल में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना भी मली है।
हादसे के बाद लोकबंधु अस्पताल के करीब 24 मरीजों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमे दो मरीजों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में रखा गया है जबकि एक मरीज़ की शिफ्टिंग के दौरान मृत्यु हो गई।
आग लगने के बाद तुरंत स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। तफ्तीश के बाद इस मामले की विस्तार से जानकारी मिल सकेगी।
लोकबंधु अस्पताल के मरीज़ों को सिविल अस्पताल में भर्ती किये जाने पर सिविल अस्पताल के निदेशक राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 24 मरीज आए हुए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि लाए गए सभी मरीज़ों की हालत स्थिर है और इनका इलाज शुरू कर दिया गया है।
निदेशक के अनुसार, दो मरीजों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। जिस एक मरीज़ की रास्ते में मौत हो गई थी, उसका शव, शवगृह में रखा गया है। इसके अलावा शेष मरीज़ों के ठीक और स्थिर होने की जानकारी भी निदेशक ने दी।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बतायाकि लोकबंधु अस्पताल में दूसरे तल पर धुंआ निकलते देखा गया था। उसके बाद मरीजों को अन्य जगहों पर ले जाया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के पहुंचने तक आग दूसरे वार्डों में भी फैल चुकी थी।
लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में देर रात जब आग लगी, तो उस वक़्त अस्पताल में करीब 250 मरीज मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक़ अस्पताल में चिकित्सकों सहित अन्य कर्मियों ने भी मिलकर इन मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में शिफ्ट कराने में सहयोग किया। प्राप्त सूचना के अनुसार अब अस्पताल परिसर में कोई भी मरीज नहीं है।
आगजनी के बाद अस्पताल से निकाले गए मरीजों को सिविल, बलरामपुर, मेडिकल कॉलेज, लोहिया सहित अन्य अस्पतालों में शिफ्ट कराया गया है। टार्च व मोबाइल की रोशनी से स्टाफ और अन्य लोगों ने मरीजों को बाहर निकाला। हालात पर देर रात तक काबू पाने की खबर भी प्रत्यक्षदर्शियों ने दी।
जानकारी के मुताबिक़, शॉर्ट सर्किट से अस्पताल में आग लगी थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूरी इमारत में धुआं भर गया। इससे स्थिति और बिगड़ गई। हालत को काबू करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से बिजली काट दी। बिजली न होने से काम बाधित हुआ और अस्पताल के कई हिस्सों में अँधेरा फैल गया। ऐसे में मरीजों को बाहर निकालने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सिविल अस्पताल में शिफ्ट कराए गए हुसैनगंज निवासी राजकुमार प्रजापति (61) को मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि लोकबंधु अस्पताल में बिजली कटने के बाद ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई, जिसके चलते उनकी मौत हुई।