जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे आ गए हैं। यहाँ कांग्रेस गठबंधन ने जादुई आंकड़ा पार कर लिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 और कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है।
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
केंद्र शासित प्रदेश में दस साल बाद होने वाले इस चुनाव परिणाम ने मुख्यमंत्री का चेहरा सामने ला दिया है। जहाँ इन चुनावों में पीडीपी को सिर्फ तीन सीटें मिली वहीँ सीपीएम को एक भी सीट नहीं मिली। आम आदमी पार्टी ने पहली बार एक सीट जीतकर यहाँ खाता खोला जबकि निर्दलीयों के खाते में 6 सीटें आईं। भाजपा यहां 28 सीटें जीतकर अब मुख्य विपक्षी पार्टी की भूमिका निभाएगी।
केंद्र शासित प्रदेश में दस साल बाद होने वाले इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा- “दस साल बाद लोगों ने अपना जनादेश हमें दिया है। हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। यहां ‘पुलिस राज’ नहीं बल्कि ‘लोगों का राज’ होगा। हम जेल में बंद निर्दोष लोगों को बाहर निकालने की कोशिश करेंगे। मीडिया स्वतंत्र होगा.. हमें हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विश्वास पैदा करना होगा।
आगे उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों के इस फैसले का भी ज़िक्र किया कि जम्मू कश्मीर की जनता अनुच्छेद 370 का खत्म करने करने के फैसले को स्वीकार नहीं करती है। साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई है कि इंडिया गठबंधन के साथी यहां राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए उनके साथ लड़ेंगे।
बताते चलें कि 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है। उमर अब्दुल्ला ने बडगाम और गांदरबल की दो सीटों से चुनाव लड़ा था। बडगाम सीट पर उन्होंने 18,485 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि गांदरबल में वह बढ़त बनाए हुए हैं।
सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली वोटों की गिनती के तहत 8:30 बजे तक पोस्टल बैलट गिने गए। इसके बाद ईवीएम की काउंटिंग शुरू हुई। जल्दी ही यह रुझान सामने आ गए कि एनसी-कांग्रेस गठबंधन आगे है।