पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 1,000 के पार चली गई है. देश में कोविड-19 से संक्रमण के मरीजों की तादाद 1,037 हो गई . सिंध में 413 मामले हैं, बलूचिस्तान में 115, पंजाब में 296, खैबर पख्तूनख्वा में 117, गिलगित-बाल्टिस्तान में 80 और इस्लामाबाद में 15 मामले है. सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने रविवार को घोषणा की कि कोरोनो वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पूरे राज्य में अगले 15 दिनों तक लॉक डाउन किया जाएगा.
सिंध सरकार के गृह विभाग के बयान में लॉक डाउन के बारे में प्रमुखता से बताया गया है. सिंध सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की अनिच्छा के बावजूद पूरे राज्य में लॉक डाउन की घोषणा कर दी.
बयान में कहा गया है, ‘सभी तरह की यात्राएं, किसी भी स्थान पर किसी भी तरह के सामाजिक, धार्मिक या किसी भी उद्देश्य के लिए सभा, सार्वजनिक और निजी सहित सभी कार्यालयों पूरी तरह बंद रहेंगे.’ सिंध के मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोनो वायरस से निपटने के लिए 290 वेंटिलेटर, 3.2 मिलियन व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और 29 पोर्टेबल एक्स-रे मशीनों की खरीद को भी मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री ने 100 रैपिड किट एंटीजेन टेस्ट मशीनों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है.
वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन से अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा. अपने एक बयान में पीएम खान ने कहा कि देश को पूर्ण लॉक डाउन के तहत नहीं रखा जाएगा क्योंकि यह गरीबी रेखा के नीचे रहने वाली आबादी को तेज गति से बढ़ने वाले मामलों के बावजूद नुकसान पहुंचाएगा. इसके साथ ही खान ने कहा कि देश में इस वैश्विक महामारी के तहत वुहान में फंसे छात्रों को नहीं लाने के सख्त लेकिन अच्छे फैसले से कोई विदेश मामला सामने नहीं आया है.
दूसरी ओर सिंध में लॉक डाउन का पूर्णतः पालन किया जा रहा है. किसी भी प्रकार की व्यापारिक या सामाजिक गतिविधि नहीं हो रही है. हर कोई कोरोना के फैलाव को रोकने के प्रयास में लगा हुआ है. हालांकि सिंध में एक पूर्ण लॉक डाउन और अन्य प्रांतों में आंशिक लॉकडाउन ने दैनिक मजदूरी वाले मजदूरों को सबसे ज्यादा चोट पहुंचाई है, जिसमें