मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत में 122 साल के बाद इस साल का जून महीना सबसे गर्म रहा। इससे पहले 1901में ऐसी प्रचंड गर्मी पड़ी थी। इसके अलावा जून 2024 में होने वाली बारिश भी 11 फीसदी कम रिकॉर्ड की गई है जो बीते पांच साल में इस महीने में सर्वाधिक कम बारिश है।
मौसम विभाग के अनुसार, देश में जून महीने में औसतन 165.3 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस साल केवल 147.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। रिकॉर्ड के मुताबिक़, साल 2001 के बाद यह सातवीं सबसे कम बारिश वाला महीना है।
मौसम विभाग का कहना है कि महाराष्ट्र तक मानसून सामान्य तरीके से आगे बढ़ने के बाद बारिश के अनुकूल हालात नहीं बने। ऐसे में उत्तर प्रदेश सहित पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में कमजोर मानसून के कारण बारिश का इंतजार बढ़ता गया। इस कारण उत्तर पश्चिम भारत में भीषण गर्मी का प्रभाव और अधिक बढ़ गया।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में 13 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई। उत्तर पश्चिम भारत में 33 प्रतिशत कम बारिश हुई, जबकि मध्य भारत में 14 फीसदी की कमी देखी गई। केवल दक्षिण भारत में ही 14 फीसदी अतिरिक्त बारिश दर्ज की गई।
विभाग से मिली जानकारी में बताया गया है कि 30 मई को केरल औऱ पूर्वोत्तर भारत के क्षेत्रों में मानसून ने समय से पहले दस्तक दी थी। इस आधार पर बारिश अच्छी होने के संकेत थे। हालांकि, आंकड़े सामने आने के बाद 11 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।
बारिश की कमी सहित क्लाइमेट सम्बन्धी कई कारणों ने इस जून को बीते 122 वर्षों का सबसे गर्म जून बना दिया है।