नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड के पावो नूरमी गेम्स में भारत के लिए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। हालांकि नीरज 90 मीटर का थ्रो करने में कामयाब नहीं हो सके। चोट के चलते नीरज एक महीने तक किसी इवेंट में शामिल नहीं हो सके थे।
नीरज चोपड़ा इस समय फिनलैंड में हुए पावो नूरमी गेम्स के लिए भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने यहाँ अपना जलवा बरक़रार रखते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लिया। चोट के चलते एहतियाती ब्रेक के बाद नीरज की फील्ड में वापसी यादगार हो गई। इस इवेंट में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स के साथ ही मैक्स डेहिंग और स्थानीय पसंदीदा ओलिवर हेलैंडर शामिल रहे।
पिछले महीने 26 मई को नीरज ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी दी थी कि चोट की वजह से वह ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में हिस्सा नहीं लेंगे।
हालाँकि नीरज चोपड़ा अभी तक वह 90 मीटर का थ्रो नहीं कर सके हैं। इस इवेंट में उनका बेस्ट थ्रो 85.97 मीटर का रहा। उन्होंने यह दूरी अपने तीसरे प्रयास में हासिल की। पहले प्रयास में नीरज 83.62 के बेस्ट थ्रो पर थे मगर दूसरे प्रयास में फिनलैंड के ओलिवर हेलैंडर ने 83.96 मीटर का लक्ष्य पूरा कर लिया। हालाँकि तीसरे प्रयास में नीरज ने जो बढ़त बनाई वह अंत तक बरक़रार रही।
नीरज चोपड़ा अगर पेरिस ओलम्पिक में गोल्ड मैडल जीतते हैं तो वह ओलिंपिक में दो व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाले भारत के पहले एथलीट होंगे।
नीरज इससे पहले इस वर्ष में दोहा डायमंड लीग और फेडरेशन कप में भाग ले चुके हैं। यह इवेंट उनके लिए इस साल का तीसरा इवेंट था। दोहा में नीरज ने 88.36 मीटर थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था जबकि पिछले महीने भुवनेश्वर में 27वें फेडरेशन कप में 82.27 मीटर थ्रो के साथ वह टॉप पर थे।
गौरतलब है कि जुलाई में पेरिस ओलिंपिक होने हैं। इस बार नीरज चोपड़ा को गोल्ड मेडल के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। पेरिस में पुरुषों का भाला फेंक का क्वालिफिकेशन इवेंट 6 अगस्त को होना है और इसका फाइनल मुकाबला 8 अगस्त को होगा। अगर नीरज पेरिस ओलम्पिक में गोल्ड मैडल जीतते हैं तो वह ओलिंपिक में दो व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाले भारत के पहले एथलीट होंगे।