तिरुवनंतपुरम : बुरेवी चक्रवात का सामना करने के लिए केरल के सात जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आठ टीमों को तैनात किया गया हैं।
जिलाधिकारी सुश्री नवजोत खोसा ने बुधवार को यहां बताया कि बुरेवी चक्रवात के मद्देनजर किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने नौसेना और वायु सेना से भी मदद मांगी है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चक्रवाती तूफान बुरेवी के कारण उत्पन्न स्थिति पर केरल के मुख्यमंत्री वी पिनाराई से टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने श्री पिनाराई को केरल की मदद के लिए केन्द्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया और कहा कि मैं प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की कुशल क्षेम और सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को तीन दिसंबर की दोपहर से अगले 48 घंटों तक घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। खतरे वाले क्षेत्रों से लोगों को राजस्व विभाग द्वारा बनाए गए 180 शिविरों में स्थानांतरित किया जा रहा है। सरकार लोगों स्थानांतरित करने के लिए पूरे राज्य में कुल 2,849 शिविर बना रही है।
जिला अधकारियों ने सातों दिन 24 घंटे आपातकालीन सहायता के लिए हेल्प लाइन नंबर (1077) जारी किया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की सहायता के लिए शहर में त्वरित सहायता टीमों की तैनाती की गई है। चक्रवात के कारण भारी बारिश के मद्देनजर नेय्यर, कल्लदा, काकी, अरुविक्करा, कल्लदा, मलंकरा, कुंडला, सिरुवानी, कंजिराप्पा, वालयार, पोथुंडी, करप्पुझा सहित विभिन्न बांधों के जल स्तर को बढ़ने से रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं।