पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक बार फिर से सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए। तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ ब्रिटेन में चार साल के स्व-निर्वासन के बाद पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौटे थे।
नवाज़ शरीफ को पार्टी की आम परिषद की बैठक में पीएमएल-एन यानी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। पार्टी चुनाव में नवाज के खिलाफ किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था।
पनामा पेपर्स मामले में संबंधित भ्रष्टाचार पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के कारण उन्होंने पार्टी अध्यक्ष का पद गंवाना पड़ा था। पद छोड़ने के छह साल बाद नवाज़ शरीफ इस पद पर फिर से चुने गए हैं।पनामा पेपर्स मामले में शीर्ष अदालत ने फरवरी 2018 में पीएमएल-एन सुप्रीमो को पार्टी के अध्यक्ष के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था।
पीएमएल-एन के चुनाव आयुक्त राणा सनाउल्लाह ने आम परिषद को जानकारी दी कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए केवल नवाज को ही नामित किया गया था। उन्होंने अपनी सीटों पर खड़े होकर उनके नामांकन का समर्थन कर रहे आम परिषद के सदस्यों से मंजूरी मांगी।
सनाउल्लाह ने उनके पक्ष में नारे लगाए। साथ ही बैठक में यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि 2017 में नवाज सरकार को गिराने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इस मांग में सेना के शीर्ष अधिकारियों और न्यायाधीशों के लिए कार्यवाई की बात कही गई थी। इस प्रस्ताव में फलस्तीन और कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता भी व्यक्त की गई।
बताते चलें कि नवाज रिकॉर्ड तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने वाले एकमात्र नेता हैं। उन्होंने अपने छोटे भाई और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से पार्टी की बागडोर संभाली है।