अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2040 तक चंद्रमा पर घर बनाने के लिए एक निर्माण करने वाली टेक्नोलॉजी कंपनी को 60 मिलियन डॉलर प्रदान किए हैं। चांद पर बनने वाले ये घर सिर्फ अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी होंगे।
चंद्रमा पर एक विशाल 3डी प्रिंटर लॉन्च करने की योजना है। चंद्रमा की सतह पर ढांचा बनाने के लिए चंद्रमा की चट्टानों, खनिज टुकड़ों और धूल से बने कंक्रीट का उपयोग किया जाएगा।
इस संबंध में नासा विश्वविद्यालयों और निजी कंपनियों के साथ मिलकर चंद्रमा पर बनने वाले घरों के लिए दरवाजे, टाइल्स और फर्नीचर बनाने पर काम कर रहा है। इस एजेंडे में मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्रियों के लिए रहने योग्य जगह बनाने की योजना भी शामिल है।
चंद्रमा पर बस्ती बनाने की योजना अभी शुरुआती चरण में है और अगले दशक तक इसका स्वरूप बदलने की संभावना है।
NASA is now plotting a return to the moon. This time, the stay will be long-term.
To make it happen, NASA is going to build houses on the moon that can be used not just by astronauts, but by ordinary civilians as well. Here’s how they plan to do it. https://t.co/SbG282kIpZ pic.twitter.com/3O6y5YMUPb
— The New York Times (@nytimes) October 2, 2023
ऑस्टिन स्थित आइकॉन नामक कंपनी जिसका 2022 में नासा द्वारा अनुबंध हो चूका है, अपने सिस्टम, द वल्कन के साथ पृथ्वी पर परत-दर-परत लक्जरी घर बनाने के लिए अपनी 3डी प्रिंटिंग विशेषज्ञता का उपयोग करती है।
यह तकनीक सीमेंट, मिट्टी और पानी के मिश्रण को एक धागे का आकार देती है। यह धागा प्रिंटर से स्याही के रूप में निकलता है। घर के सभी हिस्सों (जैसे दीवारें और छत) को अलग-अलग प्रिंट किया जाता है और फिर एक साथ जोड़ दिया जाता है।
पश्चिमी टेक्सास के रेगिस्तान में 3डी प्रिंटर से बनाया गए एक घर की झलक नीचे दी गई तस्वीर में देखी जा सकती है।
कंपनी आइकॉन 2018 से 3डी प्रिंटिंग होम कर रही है और उसने उस तकनीक का उपयोग करके उत्तरी ऑस्टिन में 100 से अधिक घर बनाए हैं, जो 48 घंटों के भीतर घर बनाने में सक्षम है।