कानपुर, आईपीएल फिक्सिंग मामले में रूम नं. 1733 की मिस्ट्री का क्रिकेटर ने खुलासा किया है. इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के सीजन-10 में फिक्सिंग को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले के मुख्य आरोपी महाराष्ट्र के अंडर-19 खिलाड़ी नयन शाह ने बताया है कि वह सट्टेबाजों मैचों के नतीजे प्रभावित कराता था. इस काम के लिए होटल का कमरा नंबर 1733 खास ठिकाना बन गया था. इसलिए वह होटल के कमरां नंबर 1733 में शिफ्ट हुआ था.
आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट के मुख्य आरोपी नयन शाह को होटल की 17वीं मंजिल पर मौजूद रूम नंबर 1733 में शिफ्ट किया गया था. खुलासा हुआ है कि यह एक ऐसा कमरा है, जो आईपीएल मैचों के लिए सट्टेबाजी का अड्डा बन गया था.
आज तक की टीम होटल की 17वीं मंजिल पर मौजूद कमरे में जा पहुंची. वहां सूत्रों से पता चला कि 17वीं मंजिल पर भारतीय टीम का कोई भी खिलाड़ी नहीं था. पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि की है.
जांच में पता चला कि आईपीएल टीमों के कुछ प्रबंधन से जुड़े कर्मचारी 17वीं मंजिल पर डेरा डाले रहते थे. वहां कॉरिडोर में लगे कई सीसीटीवी कैमरों में नयन शाह का आना-जाना भी कैद हुआ है.
उसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस दो लोगों की तलाश कर रही है. जिसमें से एक नयन शाह का खास सहयोगी माना जाता है, जबकि अन्य दूसरा व्यक्ति आई कार्ड से किसी टीम से जुड़ा मालूम होता है.
इसके अलावा पुलिस ने दो लोगों से पूछताछ करने का फैसला लिया है. जल्द ही उन दोनों से पूछताछ होने की संभावना है. लेकिन अभी तक पुलिस उनके नाम या पहचान का खुलासा नहीं किया है.
गौरतलब है कि नयन शाह को पहले कमरा नंबर 1425 अलॉट किया गया था लेकिन बाद में उसे रूम नंबर 1733 में स्थानांतरित कर दिया गया था. जैसा कि अमीषा पटेल को भी शिफ्ट किया गया था.
नयन शाह के सेल फोन रिकॉर्ड से पता चला है कि वह सट्टेबाज बंटी खंडेलवाल के साथ नियमित रूप से संपर्क में था. ऐसे ही एक मौके पर नयन ने दो आईपीएल खिलाड़ियों को एक वॉयस मैसेज भेजकर उनसे संपर्क किया था. जो 7 से 8 मैचों में उसकी मदद करने के लिए तैयार थे.