लखनऊ : मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पक्ष में खड़े हो जाने के कारण अब उनके गृह जिले इटावा में मुलायम के लोग कार्यालय में काम कर रहे मुलायम समर्थकों के सामने इस बात का धर्म संकट खड़ा हो गया है कि वह आखिरकार करें तो क्या करें। Mulayam
उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है कि उन्होंने जो आंदोलन शुरू किया है, उसकी दिशा क्या रहेगी। मुलायम के लोग कार्यालय के कामगार मुलायम के बदले हुए रुख की वजह से संकट मे फंस गए हैं।
विधानसभा के चुनाव के बीच मुलायम गण इटावा में मुलायम के लोग नाम के कार्यालय की मौजूदा दौर में खासी गूंज सुनाई दे रही है।
असल में मुलायम के लोग दफ्तर में वह लोग काबिज़ है, जो मुलायम सिंह यादव के अपमान के नाम पर इस कार्यालय को खोल बैठे।
असलियत में इस कार्यालय में काबिज जो भी लोग हैं वह मुलायम सिंह यादव के कम शिवपाल सिंह यादव के अधिक है।
इन्हीं लोगों का लक्ष्य समाजवादी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्चा खोलना है। इन लोगों ने इटावा सदर के समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार कुलदीप गुप्ता को मुख्य निशाना बना रखा है।
मुलायम के लोग दफ्तर से सभी एकजुट हो शिवपाल सिंह यादव के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उन्हीं के इशारे पर इस कार्यालय को न केवल खोला गया बल्कि इस पर काबिज लोग भी शिवपाल के ही समर्थक हैं।
हाल के दिनों में शिवपाल सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में हुई फजीहत के बाद हाशिए पर ला दिया गया। इन चेहरों में अधिकाधिक वो चेहरे नजर आ रहे हैं जो सपा के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव की नियुक्ति का विरोध कर रहे थे।
सपा का निशान जब अखिलेश यादव के पास पहुंच गया तो शिवपाल सिंह यादव के इन समर्थकों ने अपने आप को सपा कार्यालय पर जाना मुनासिब नहीं समझा। ऐसा माना जा रहा है शिवपाल का समर्थन करने वाला यह गुट सपा के लिए कम बल्कि शिवपाल के लिए अधिक काम कर रहा हैं।
मुलायम के लोग कार्यालय में जो लोग प्रमुख रूप से शिरकत कर रहे हैं उनमें सपा के पूर्व जिला महासचिव कृष्ण मुरारी गुप्ता,अजय भदोरिया, सपा युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव धर्मवीर यादव बिट्टू, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष फरहान शकील, युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव मनोज यादव लल्ला, जिला पंचायत सदस्य दिलीप यादव बबलू, सपा के पूर्व प्रदेश सचिव अनवार हुसैन, युवजन सभा के पूर्व जिला अध्यक्ष आदित्य गोविंद, केके यादव आदि बैठते हैं।
मुलायम के लोगों से मिलने के बाद शिवपाल सिंह यादव कह चुके है कि नेताजी का जो आदेश होगा, उस पर हम काम करेंगे। नेताजी के आदेश के खिलाफ हम कुछ भी नहीं करना चाहते हैं और ना हम करेंगे।