महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा। राज्य में नामांकन वापस लेने की समय सीमा सोमवार को समाप्त हो गई। इन चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
इस बार राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए कुल 4,140 उम्मीदवार मैदान में हैं। बीड की माजलगांव सीट पर सबसे अधिक 34 उम्मीदवार हैं जबकि नंदुरबार की शहादा सीट पर मात्र तीन उम्मीदवार हैं।
इस विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी के तीन प्रमुख दल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद चंद्र पवार) के सामने लोकसभा चुनाव परिणाम को दोहराने की चुनौती है।
निर्वाचन विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक़, इस चुनाव के लिए 4,140 उम्मीदवारों का आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 3,239 उम्मीदवारों से 28 प्रतिशत अधिक है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी में कहा गया है कि इस बार 4,140 उम्मीदवार मैदान में हैं। निर्वाचन विभाग को 288 सीटों के लिए 7,078 वैध नामांकन पत्र मिले हैं। इनमें से 2,938 उम्मीदवारों द्वारा नामांकन वापस लिया गया है।
नांदेड़ के भोकर निर्वाचन क्षेत्र में 115 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिए, यह संख्या राज्य में सबसे अधिक है। भाजपा उम्मीदवार के रूप में यहाँ से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया उम्मीदवार हैं। मुंबई में चेंबूर, माहिम और विले पार्ले में सबसे कम उम्मीदवार हैं, जिनमें से प्रत्येक में केवल 6 उम्मीदवार हैं।
विभाग द्वारा मिली जानकारी में यह भी बताया गया कि इन चुनाव के लिए 4,140 उम्मीदवारों का आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 3,239 उम्मीदवारों से 28 प्रतिशत अधिक है।
निर्वाचन विभाग के अनुसार,इन चुनावों में मुंबई की 36 सीटों पर 420 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे, जबकि पुणे जिले की 21 सीटों पर 303 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
इन चुनावों में एनसीपी और शिवसेना (शिंदे) को अपनी सरकार बचाने के लिए कम से कम 145 सीट हासिल करनी होगी। महा विकास में कांग्रेस और महायुति में बीजेपी सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है।