दक्षिण अफ्रीका का मबाथो स्टेडियम अपने निराले डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है, इस स्टेडियम में बने ऊंचे स्टैंड दरअसल पिच और मैदान के बजाये अन्य स्टैन्डीज़ को फेस करते हैं।
जिस समय ये स्टेडियम तैयार हुआ था उस वक़्त दक्षिण अफ्रीका में श्वेत अल्पसंख्यक के आधार पर रंगभेद वाले शासन का दौर हुआ करता था।
मबाथो स्टेडियम दक्षिण अफ्रीका के साथ बोत्सवाना की सीमा पर स्थित है। ये इलाक़ा जोहान्सबर्ग शहर से करीब 300 किलोमीटर दूर है। इसे देश का पांचवां सबसे बड़ा स्टेडियम होने का भी दर्जा मिला हुआ है।
मबाथो स्टेडियम का निर्माण 1981 में बनाया गया था। जिस समय ये स्टेडियम तैयार हुआ था उस वक़्त दक्षिण अफ्रीका में श्वेत अल्पसंख्यक के आधार पर रंगभेद वाले शासन का दौर हुआ करता था।
मबाथो स्टेडियम को अकसर इसके अव्यावहारिक वास्तुशिल्प डिजाइन के उदाहरण के रूप में उद्धृत किया जाता है। यह बोफोथत्सवाना बंटुसन (Bophutthatswana Bantusan) शासक लुकास मंगोपी के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और इसे इज़राइली वास्तुकार गोडोच और इंजीनियर बेन अब्राहम द्वारा डिजाइन किया गया था।
Mmabatho – Probably the World’s Weirdest-Looking Stadium https://t.co/XJGtlWShmS pic.twitter.com/yCTOa6r00N
— ✪ⓏⒶⒾⓇⓄⓁ✪ (@zairolhamisam) May 16, 2023
उन दोनों का बनाया ये नक्शा कुछ अच्छे अंदाज़ को ज़ाहिर नहीं करता था। दरअसल इसके लिए तैयार किया गया नक़्शा खेल स्टेडियम के बुनियादी सिद्धांतों के विपरीत होने के साथ एक अपरंपरागत अवधारणा के आधार पर भी था।
हालांकि, अधिकारियों को यह विचार पसंद आया और उन्होंने निर्माण शुरू किया। इसके उद्घाटन के कुछ ही समय बाद जब लोगों को एहसास हो गया कि एलिवेटेड स्टैंडीज़ से उन्हें पिच और मैदान पर होने वाले नज़ारे नहीं करा पा रहे हैं। इन पिच और मैदान को देखने के लिए उन्हें अपनी गर्दन मोड़नी पड़ती थीं।