अमेरिकी हेलीकाप्टरों ने पिछले रविवार को इराक और सीरिया की सीमा पर स्थित इराक के अलकायेम नगर में हश्दुश्शाबी के ठिकाने पर हमला किया था जिसमें हश्दुश्शाबी के कम से कम 25 जवान शहीद और 51 घायल हो गये थे।
इराक से प्राप्त समाचारों के अमेरिका के सैनिक हेलीकाप्टर ने शुक्रवार की सुबह इराक़ की राजधानी बग़दाद में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी के कारवां पर राकेट से हमला किया जिसमें ईरान की इस्लामी क्रांति संरक्षक बल के कमांडर जनरल कासिम सुलैमानी और अबू मेहदी अलमोहन्दिस और हश्दुश्शाबी के कई जवान शहीद हो गये। समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी अधिकारियों ने समाचार एजेन्सी रोयटर्ज़ से बात चीत में स्वीकार किया है कि यह हमला ईरान से संबंधित दो व्यक्तियों को लक्ष्य बनाने के लिए किया गया।
The US' act of international terrorism, targeting & assassinating General Soleimani—THE most effective force fighting Daesh (ISIS), Al Nusrah, Al Qaeda et al—is extremely dangerous & a foolish escalation.
The US bears responsibility for all consequences of its rogue adventurism.
— Javad Zarif (@JZarif) January 3, 2020
ईरान के विदेशमंत्री ने कहा है कि अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद ने जनरल सुलैमानी को शहीद करके बहुत ही ख़तरनाक और मूर्खतापूर्ण काम किया है।
ईरान के विदेशमंत्री ने कहा है कि अमेरिका अपने कृत्यों की क़ीमत चुकायेगा। विदेशमंत्री जवाद ज़रीफ़ ने ईरान की इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान आईआरजीसी के कमांडर की शहादत पर ट्वीट करके कहा कि अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद ने जनरल सुलैमानी को शहीद करके बहुत ही ख़तरनाक और मूर्खतापूर्ण काम किया है।
Dear Iranian Nation!
Years of sincere, brave efforts fighting against the devils& villainous in the world & yrs of wishing for martyrdom on the path of God finally took the dear Commander of Islam, Soleimani, to this lofty status. His blood was shed by the most barbaric of men./1— Khamenei.ir (@khamenei_ir) January 3, 2020
विदेशमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा कि आतंकवादी गुट दाइश, अन्नुस्रा, अलकायदा और दूसरे गुटों से मुकाबला करने में जनरल सुलैमानी की भूमिका बहुत रचनात्मक व प्रभावी थी।
ईरान की इस्लामी क्रांति के संरक्षक बल सिपाहे पासदारान ने भी एक विज्ञप्ति जारी करके जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत की पुष्टि की है।
इसी बीच ईरान की इस्लामी व्यवस्था की हित संरक्षक परिषद के सचिव ब्रिगेडियर मोहसिन रिज़ाई ने जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा है कि अमेरिका से बहुत कड़ा बदला लेंगे। उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि जनरल सुलैमानी शहीदों से जा मिले हैं किन्तु हम अमेरिका से बहुत कड़ा प्रतिशोध लेंगे।
Iranian state TV carried a statement by Khamenei calling Gen. Qassem Soleimani “the international face of resistance.” https://t.co/7yGHyqfD4e
— HuffPost (@HuffPost) January 3, 2020
इराकी संचार माध्यमों ने आज सुबह ख़बर दी कि अमेरिकी सैनिकों ने बग़दाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हश्दुश्शाबी के कारवां पर कम से कम तीन राकेटों को दागा जिसके परिणाम में ईरान की इस्लामी क्रांति संरक्षक बल के कमांडर जनरल कासिम सुलैमानी और अबू मेहदी अलमोहन्दिस और हश्दुश्शाबी के कई जवान शहीद हो गये।
अमेरिकी हेलीकाप्टरों ने पिछले रविवार को इराक और सीरिया की सीमा पर स्थित इराक के अलकायेम नगर में हश्दुश्शाबी के ठिकाने पर हमला किया था जिसमें हश्दुश्शाबी के कम से कम 25 जवान शहीद और 51 घायल हो गये थे।
इस हमले के बाद बग़दाद में इराकियों ने अमेरिकी दूतावास के सामने अमेरिकी मुर्दाबाद के नारे लगाये और अपने देश से इराकी सैनिकों के तुरंत निष्कासन पर बल दिया था। इसी तरह क्रोधित प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी दूतावास के एक भाग में आग लगा दी और अमेरिका और इस्राईल के झंडों को भी आग लगा दी थी।
इराक के राजनीतिक और धार्मिक गुटों सहित विभिन्न दलों और पार्टियों के नेताओं ने अमेरिका के आतंकवादी हमले की तीव्र भर्त्सना की है।