राहुल गांधी को एक युवा नेता के रूप में पेश किया गया है, जो युवाओं की भाषा और उनकी आवाज को समझता है। लेकिन मोदी ने इस वर्ग को अपने साथ लाने में सफलता हासिल की है। युवा बड़ी संख्या में चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। कांग्रेस को मध्य वर्ग को लुभाने के तरीके भी तलाशने होंगे।
ममता बनर्जी और लालू प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेताओं का सोनिया गांधी के साथ एक सहज स्तर रहा है, अब देखना यह होगा कि क्या राहुल गांधी के साथ भी वही रहता है।