नेतन्याहू सरकार इस समय अपनी जनता के निशाने पर है। इज़रायल-गाजा युद्ध के 11 महीने होने के बावजूद नेतन्याहू की सरकार अपने बंधकों को हमास की कैद से छुड़ाने में असफल रही है। सरकार की इस नाकामयाबी का इज़रायल के स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया है।
अलजज़ीरा की एक खबर के मुताबिक़, अनुमान है कि साढ़े सात लाख इज़रायली लोग इज़रायल के अब तक के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शनों में से एक में शामिल होकर सड़कों पर उतर आए हैं। इन प्रदर्शनकारियों की मांग है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार गाजा में शेष बंदियों को मुक्त करने के लिए एक समझौता करे।
प्रदर्शनकारियों को शिकायत है कि इस जंग में नेतन्याहू सरकार अपनी ताकत खो चुकी है। वे चाहते हैं कि अमरीका इजरायली प्रधानमंत्री को बीच से हटाकर हमास से समझौता करें।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक, इज़रायल के सभी प्रमुख राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा हर दिन सघन होता जा रहा है। प्रदर्शनकारी सड़कों पर आकर बैनर लिए हुए नारेबाजी कर रहे हैं। बंधकों की रिहाई के लिए बैनर उठाए यह प्रदर्शनकारी नेतन्याहू सरकार के खिलाफ अपना कड़ा विरोध भी प्रदर्शित कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने अमरीका को संबोधित करते हुए कहा कि इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बीच से हटाकर हमास से सीधे बातचीत करें और जल्द से जल्द संघर्ष विराम समझौता करें।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि नेतन्याहू अपनी कुर्सी बचाने के बजाय तुरंत हमास के साथ गाजा संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर करें ताकि इज़रायली बंधकों को जल्द से जल्द हमास की हिरासत से आज़ाद किया जा सके।
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से कहा कि 11 महीने से जेल में बंद बंधकों की जान खतरे में है। उन्हें शिकायत है कि इस जंग में सरकार अपनी ताकत खो चुकी है।
बताते चलें कि पिछले दिनों गाजा की एक सुरंग में एक अमरीकी नागरिक सहित 6 इज़रायली बंधकों के शव मिले थे। हमास के मुताबिक ये लोग इज़रायली बमबारी में मारे गए हैं। जिसके बाद बंधकों के परिवारों और विभिन्न समूहों की अपील पर पिछले सप्ताह देशव्यापी हड़ताल भी की गई थी।
इजरायली सेना के अनुसार, गाजा में अभी भी 100 से अधिक बंदी हैं, लेकिन उनमें से लगभग एक तिहाई के मृत होने का अनुमान है। नवंबर में हुए एक समझौते के तहत इजरायली जेलों में बंद 240 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में हमास ने कुल 105 बंदियों को रिहा किया था।
याद दिला दें कि, हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में हुए हमले के बाद लगभग 240 लोगों को बंदी बना लिया था। इस हमले में कम से कम 1,139 लोग मारे गए थे।
इसके जवाब में इजरायल ने गाजा में 40,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला है और तटीय क्षेत्र के विशाल हिस्से को नष्ट कर दिया है। इजरायल ने कब्जे वाले पश्चिमी तट पर भी 600 से अधिक लोगों को मार डाला है और लगभग 10,000 फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया है। वैश्विक स्तर पर इज़रायल की इस अभियान की निंदा हुई है।