21 दिसंबर को वर्ल्ड मेडिटेशन डे मनाया जाता है। मन-मस्तिष्क की शांति के लिए ध्यान लगाना एक बेहतरीन उपचार है। यह मानसिक सेहत के साथ संतुलन भी देता है। ऐसे में मेडिटेशन और उसके फायदे के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया है। ध्यान लगाकर न सिर्फ तनाव से छुटकारा पाया जा सकता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के साथ शारीरिक रूप से भी इसके फायदे मिलते हैं।
ध्यान मानसिक तथा शारीरिक विकारों को दूर करने के साथ ध्यान सकारात्मक व्यक्तित्व विकसित करने में मदद करता है। वैसे तो मेडिटेशन यानी ध्यान का ज़िक्र लगभग 5,000 ईसा पूर्व में भी मिलता है। मेडिटेशन पद्धति प्राचीन मिस्र और चीन के अलावा हिंदू, यहूदी, जैन, सिख और बौद्ध धर्मों में भी प्रचलन में रही हैं।
आज के समय में मेडिटेशन का महत्व बहुत बढ़ता जा रहा है। अगर आप किसी काम को करते समय ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत महसूस करते हैं तो उसका भी बड़ा सटीक हल ध्यान लगाना यानी मेडिटेशन है। ध्यान लगाकर आप फोकस को बढ़ाने के साथ अपना अटेंशन स्पैन भी बढ़ा सकते हैं इसके अलावा यह याद्दाश्त बढ़ाने में भी मददगार है।
एंजाइटी से छुटकारा दिलाने में मेडिटेशन का ख़ास रोल होता है। एंजाइटी आज के समय की ऐसी दिक्कत है जिससे अधिकतर लोगों को दोचार होना पड़ता है। लगातार किसी विषय पर सोचते रहना और घबराहट एंजाइटी के लक्षण हैं।
मेडिटेशन नींद से जुड़ी शिकायतों के लिए रामबाण का काम करता है। माइंडफुलनेस बेस्ड मेडिटेशन थके हुए इंसान को रिलैक्स करता है और इसकी मदद से एक बेहतर रूटीन बनाकर स्लीप साइकिल को साधने में मदद मिलती है।