केरल के चार जिलों वायनाड, इडूकी, कोझिकोड और मलप्पुरम में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. राज्य की अधिकांश नदियों और बांधों में जलस्तर बढ़ रहा है और कन्नूर, वायनाड, इडुकी, मलप्पुरम, कोझीकोड और कासरगोड में बाढ़ जैसे हालात हैं.
यहां की प्रमुख नदियों जैसे मणिमाला, मीनाचल, मूवट्टापुझा, चलियार, वालापट्टनम, इरूवाझीनीपुझा और पंबा में जलस्तर बढ़ा हुआ है. कोच्चि में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पार्किंग क्षेत्र में बाढ़ का पानी भरने के बाद उड़ानों का परिचालन शुक्रवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. कोचीन इंटरनेशलन एअरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएसल) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया,‘‘बाढ़ के कारण पार्किंग क्षेत्र जलमग्न हो गया है, कोच्चि हवाईअड्डे पर सभी उड़ानें नौ अगस्त सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं. गौतलब है कि भारी बारिश की वजह से उत्तर और दक्षिण कन्नड़ ज़िलों में आम जनजीवन पर काफ़ी असर पड़ा है. 9 लोगों की जानें बाढ़ की वजह से गई है और तकरीबन 48 हज़ार लोगों को राहत शिविरों तक पहुंचाया गया है. सबसे खराब हालत उत्तर कर्णाटक के बेलगावी की है जहां अब तक सबसे ज्यादा जान माल का नुकसान हुआ है. राहत और बचाव के काम में सेना के साथ साथ एनडीआरफ और दूसरी एजेंसियां लगातार लगी हुई हैं.
दूसरी ओर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में भी अगले दो दिन में भीषण बारिश होने का अनुमान है. पश्चिमी महाराष्ट्र में बाढ़ प्रभावित सांगली जिले में बृहस्पतिवार को एक बचाव नौका के पलट जाने से नौ लोग डूब गए. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए हवाई सर्वेक्षण किया.
क्षेत्र में भारी वर्षा के बाद ये सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं जहां कृष्णा और पंचगंगा नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फडणवीस से बात की और बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. एक अधिकारी ने बताया कि सांगली में राहत एवं बचाव कार्य में लगी एक नौका के पलट जाने से नौ लोग डूब गए और चार लापता हैं. पुणे के मंडल आयुक्त दीपक म्हैसकर ने बताया कि यह दुर्घटना पालुस तहसील के ब्रहमनाल गांव के पास हुई जब एक नौका बाढ़ प्रभावित 30 से 32 लोगों को लेकर जा रही थी.